189 करोड़ से सुधरेगी बिजली व्यवस्था, बनेंगे चार नए उपकेंद्र
संशो फाइल संख्या आठ की संशोधित
189 करोड़ से सुधरेगी बिजली व्यवस्था, बनेंगे चार नए उपकेंद्र
दुर्गेश शुक्ल, सीतापुर
जिले की बिजली आपूर्ति व्यवस्था में सुधार का ब्लू प्रिंट तैयार कर लिया गया है। आगामी पांच वर्षों में जिले को सुरक्षित और निर्बाध बिजली मिल सकेगी। इसके लिए केंद्र सरकार की रिवैंप विद्युत सुधार योजना के तहत 189 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। आपूर्ति को बेहतर बनाने के लिए बिसवां के अकबरपुर, महमूदाबाद के थानगांव, भवानीपुर के कतारपुर और मिश्रिख के करूवामऊ में नए बिजली उपकेंद्र बनाए जाएंगे। तीन लाख प्रीपेड मीटर लगाने के साथ अन्य कार्य भी कराए जाएंगे।
बुधवार को जिलाधिकारी अनुज सिंह ने बिजली विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर निर्देश दिए हैं। अधीक्षण अभियंता विद्युत वितरण निगम नंदलाल ने बताया कि रिवैंप योजना के तहत बिजली व्यवस्था में सुधार लाया जाएगा। जिले में नए उपकेंद्र भी बनाएं जाने हैं। इसके साथ ही ट्रांसफार्मरों की क्षमता वृद्धि, जर्जर तार व खंभों आदि की सूची शासन को भेज दी गई है। स्वीकृति मिलते ही कार्य शुरू करा दिया जाएगा।
24 घंटे बिजली देने की कवायद :
योजना के तहत उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली देने की कवायद बिजली विभाग कर रहा है। कार्य पूर्ण होने के बाद फाल्ट होने पर सिर्फ एक ही लाइन प्रभावित होगी। सुरक्षित विद्युत आपूर्ति के लिए आरमर्ड सर्विस केबल आदि पर काम किया जाएगा। इस योजना के तहत नव विकसित कालोनियों में बिजली देने का कार्य किया जाएगा। समय से बिजली बिल जमा कराने वाले उपभोक्ताओं की समस्याएं प्राथमिकता पर दूर कराई जाएंगी।
ये कराए जाएंगे काम
- नए विद्युत उपकेंद्रों का निर्माण।
- बिजलीघरों की क्षमता वृद्धि।
- 11 केवी फीडरों का भार कम करना।
- ब्रेक डाउन में पूर्ण लाइन को बंद न किये जाने हेतु बड़े परिवर्तकों पर फ्यूज यूनिट की व्यवस्था।
- लो-वोल्टेज और ओवरलोडिंग की समस्या होगी दूर।
- बड़े बिजलीघरों की क्षमता वृद्धि।
- कृषि पोषकों का निर्माण।
- उपकेंद्रों पर कैपेसिटर बैंक की स्थापना।
- सुरक्षा की दृष्टि से उपकेंद्रों एवं परिवर्तकों की अर्थिंग।
- पारदर्शी बिल के लिए स्मार्ट प्रीपेड मीटरिंग।
- भार के अनुसार 33 केवी लाइनों के तार बदलना।
- जर्जर तारों को बदलना।
फैक्ट फाइल :
- 5.5 लाख बिजली उपभोक्ता
- 51 बिजली उपकेंद्र
- सात पावर हाउस