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योगी सरकार ने प्रदेश के 50 लाख नौजवानों को दिया रोजगार

ाज्य युवा कल्याण परिषद के उपाध्यक्ष डा. विभ्राट चंद कौशिक ने कहा कि योगी सरकार ने प्रदेश के 50 लाख नौजवानों को रोजगार दिया। सरकार खिलाड़ियों के हितों को लेकर काफी गंभीर है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 23 Jan 2021 10:43 PM (IST)Updated: Sat, 23 Jan 2021 10:43 PM (IST)
योगी सरकार ने प्रदेश के 50 लाख 
नौजवानों को दिया रोजगार
योगी सरकार ने प्रदेश के 50 लाख नौजवानों को दिया रोजगार

सिद्धार्थनगर: राज्य युवा कल्याण परिषद के उपाध्यक्ष डा. विभ्राट चंद कौशिक ने कहा कि योगी सरकार ने प्रदेश के 50 लाख नौजवानों को रोजगार दिया। सरकार खिलाड़ियों के हितों को लेकर काफी गंभीर है।

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वह शनिवार को तहसील सभागार में युवा कल्याण एंव प्रादेशिक विकास दल द्वारा आयोजित युवक एंव महिला मंगल दल को खेल सामग्री का वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि अंतरराष्ट्रीय खेलों में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले प्रदेश के युवाओं को पांच करोड़ व द्वितीय स्थान वालों को तीन करोड़ पुरस्कार स्वरूप दिया जाएगा। सरकार युवाओं को खेल में रुचि बढ़ाने के लिए अधिक धन मुहैया कराएगी। उन्होंने कहा कि जो खेल किट मिल रहा है उससे खेलें उसे घर में न रखें।

युवा कल्याण अधिकारी राकेश प्रताप सिंह ने कहा कि ग्राम पंचायत बढ़नी व शोहरतगढ़ में खेल सामग्री युवक मंगल दल को दिया जा रहा हैं। कार्यक्रम को विशिष्ट अतिथि सांसद प्रतिनिधि एसपी अग्रवाल व विधायक प्रतिनिधि शिव चन्द्र भारतीय, सूर्य प्रकाश पांडेय ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम के दौरान 78 खेल किट बैग वितरण किया गया। इस दौरान देवेन्द्र कुमार पांडेय, हर्षवर्धन, धर्नुधारी उपाध्याय, राजेंद्र कुमार आदि मौजूद रहे।

भुगतान मिलने से खिले पैरावेट के चेहरे

पशु गणना कर्ताओं (पैरावेट) द्वारा किए कार्य का मानदेय विभाग ने जनवरी 2021 में उपलब्ध करा दिया। जागरण ने नवंबर 2020 में इस समस्या को लेकर प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। जिसे गंभीरता से लेते हुए एसडीएम डुमरियागंज त्रिभुवन ने संबंधित विभाग से संपर्क कर मानदेय का भुगतान सुनिश्चित कराया।

प्रदेश सरकार द्वारा 2017-2018 में घर-घर जाकर पशु गणना का कार्य पैरावेट द्वारा कराया गया। इस कार्य के लिए शासन ने प्रत्येक पैरावेट को सा रुपये प्रति घर के हिसाब से 29, 30, 35, और 38 गांवों का आवंटन कर दिया। प्रत्येक पैरावेट घर-घर जाकर सर्वे व फीडिग का कार्य निर्धारित समय पर 2018 में ही पूरा कर दिए। नियुक्त पर्यवेक्षक ने बिल बना कर 15 से बीस दिन में भुगतान का आश्वासन देकर सर्वे सबंधी सारे रिकार्ड जमा करा लिए। तब से भुगतान के लिए पैरावेट इधर-उधर भटक रहे थे। जागरण ने 27 नवंबर के अंक में इस खबर को प्रमुखता से प्रकाशित किया। पैरावेट संघ के अध्यक्ष राजकपूर ने बताया कि भुगतान के लिए हम लोगों ने काफी मांग की किया। फरवरी 2020 में खाते द्वारा 9700 रुपये का भुगतान किया गया, तब से भुगतान नहीं दिया गया था। जागरण की खबर के बाद जनवरी 2021 में हम लोगों को बकाया मानदेय उपलब्ध कराया गया। पैरावेट भूपेंद्र सिंह, कमलेंद्र पांडेय, कृष्ण विहारी, शिव पूजन, देवी बक्श, संतराम, मोल्हू व राजकुमार आदि ने जागरण को धन्यवाद ज्ञापित किया।


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