रोजगार सेवकों ने बीएलओ का कार्य करने से किया इंकार
रोजगार सेवकों के नियमित मानदेय एवं आयुक्त ग्राम्य विकास के आदेश के मुद्दे पर रोजगार सेवकों ने बीएलओ का कार्य बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। मंगलवार को उपजिलाधिकारी को दिए ज्ञापन में रोजगार सेवकों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती है वह लोग उक्त कार्य करने में असमर्थ हैं।
सिद्धार्थनगर :
रोजगार सेवकों के नियमित मानदेय एवं आयुक्त ग्राम्य विकास के आदेश के मुद्दे पर रोजगार सेवकों ने बीएलओ का कार्य बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। मंगलवार को उपजिलाधिकारी को दिए ज्ञापन में रोजगार सेवकों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं की जाती है, वह लोग उक्त कार्य करने में असमर्थ हैं।
संगठन अध्यक्ष लाल बाबू मिश्र की अगुवाई में राम निरंजन, राम तीरथ, प्रदीप कुमार, पवन कुमार, परशुराम, जोखई राम आदि सदस्य तहसील कार्यालय पहुंचे और एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। इनका कहना था कि वह लोग बीएलओ के रूप में कार्य कर रहे हैं। जबकि आयुक्त ग्राम्य विकास द्वारा शासनादेश जारी किया गया, कि जब तक ग्राम रोजगार सेवकों का 3000 मानव दिवस सृजित नहीं कर लेते, तब तक उनको मानदेय न दिया जाए। जबकि मनरेगा में जेई, ग्राम पंचायत व ग्राम विकास अधिकारी तथा ग्राम प्रधान की सहभागिता होती है और अकेले ग्राम रोजगार सेवक को मानव दिवस सृजित करने में कठिनाई होती है। ग्राम रोजगार सेवक के द्वारा ग्राम पंचायत स्तर पर अन्य कार्य व बीएलओ का कार्य कराया जाता है, अन्य कार्य करने के कारण मानव दिवस सृजन में तमाम परेशानियां पैदा होती है। जिसकी वजह से वह लोग बीएलओ का कार्य करने में असमर्थ हैं। रोजगार सेवकों ने एक स्वर में कहा कि जब तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं हो जाता है, वे लोग बीएलओ के कार्य का बहिष्कार करेंगे।