हाईकोर्ट को चकमा देने पर सिपाही व दीवान निलंबित
सिद्धार्थनगर : हाईकोर्ट को चकमा देना दो पुलिस कर्मियों पर भारी पड़ा। पुलिस अधीक्षक ने दोनों
सिद्धार्थनगर : हाईकोर्ट को चकमा देना दो पुलिस कर्मियों पर भारी पड़ा। पुलिस अधीक्षक ने दोनों को निलंबित कर दिया। दोनों की तैनाती चिल्हिया थाने पर है। इसमें हेड कांस्टेबल शिरोध प्रसाद व कांस्टेबल गवर्नर चौहान शामिल हैं। पर्यवेक्षण में लापरवाही बरतने के आरोप में सीओ शोहरतगढ़ शिव ¨सह को पुलिस अधीक्षक कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है। प्रभारी निरीक्षक चिल्हिया डा.डी.एन.¨सह को लाइन हाजिर किया गया है।
चिल्हिया थाना क्षेत्र के एक गांव से बालिका को बहला-फुसलाकर भगाने का मामला करीब तीन माह से लंबित है। मामले को उच्च न्यायालय इलाहाबाद संज्ञान में ले चुका है। बुधवार को पुलिस अधीक्षक भी पेशी पर गए थे। बालिका की तलाश में एक टीम लगाई है। इस टीम में हेड कांस्टेबल शिरोध प्रसाद व कांस्टेबल गवर्नर चौहान शामिल थे। टीम को 25 मार्च को मुंबई पहुंचना था, पर न्यायालय प्रभारी निरीक्षक चिल्हया अपना पक्ष ढंग से प्रस्तुत ही नहीं कर सके। बाद में यह भी ज्ञात हुआ कि हेड कांस्टेबल शिरोध प्रसाद व कांस्टेबल गवर्नर चौहान मुंबई पहुंचे ही नहीं है। पुलिस अधीक्षक ने इसे गंभीरता से लेते हुए दोनों को गुरुवार को निलंबित कर दिया। पर्यवेक्षण में शिथिलता को लेकर पुलिस अधीक्षक ने सीओ शोहरतगढ़ को कार्यालय से संबद्ध कर लिया है।
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ब्रह्मानंद गौड़ को चिल्हिया की कमान
त्रिलोकपुर थाने के प्रभारी निरीक्षक ब्रह्मानंद गौड़ को पुलिस अधीक्षक डा.धर्मवीर ¨सह ने चिल्हिया थाने का प्रभारी निरीक्षक नियुक्त किया है। उनके स्थान पर उपनिरीक्षक अनिल शर्मा को त्रिलोकपुर थाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
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बालिका की तलाश में गठित हुई दूसरी टीम
पुलिस अधीक्षक ने बालिका की तलाश में एक दूसरी टीम गठित की। इस टीम में स्वाट टीम प्रभारी हरिनारायण दीक्षित, प्रभारी निरीक्षक सदर शमशेर बहादुर ¨सह, उपनिरीक्षक चंदन आदि को शामिल किया गया है। इन्हें जिम्मेदारी सौंपी गई है कि वह जल्द से जल्द बालिका की तलाश कर उसे उसके परिजनों को सौंपे।