जर्जर पुलों से आवागमन, दुर्घटना का खतरा
डुमरियागंज तहसील क्षेत्र में सिर्फ जर्जर सड़कें ही नहीं ध्वस्त होने के कगार पर खड़े पुल भी समस्या का कारण बने हुए हैं। मार्ग की जर्जरता यात्रा में अवरोध जरूर पैदा करती है लेकिन आवागमन किसी तरह चलता रहता है।
सिद्धार्थनगर : डुमरियागंज तहसील क्षेत्र में सिर्फ जर्जर सड़कें ही नहीं ध्वस्त होने के कगार पर खड़े पुल भी समस्या का कारण बने हुए हैं। मार्ग की जर्जरता यात्रा में अवरोध जरूर पैदा करती है, लेकिन आवागमन किसी तरह चलता रहता है। वहीं पुलों की खस्ता हालत से कभी भी बड़ी दुर्घटना घट सकती है। जिम्मेदारों को समस्या से अवगत भी कराया गया, लेकिन विभाग दूसरे पर जिम्मेदाऱी थोप रहा है।
नौवागांव से रींवा होते हुए नगर पंचायत भारतभारी को जोड़ने वाली सड़क से लगभग तीन दर्जन गांव के लोगों का आवागमन होता है। यह मार्ग इस लिए भी महत्वपूर्ण है कि लोगों को बांसी मार्ग से सीधे रुधौली मार्ग पर निकलने के लिए लगभग 12 किमी. का सफर कम तय करना पड़ता है। छह किमी. इस संपर्क मार्ग से बेवां भी कम समय में पहुंचा जा सकता है। यह मार्ग ही नहीं इसपर बने पांच पुल भी ध्वस्त होने की ओर हैं। अगल-बगल के रास्ते पर दो पुल और क्षतिग्रस्त हैं। इस रास्ते से गुजरने वालों को हर वक्त यह भय सताता है कि जर्जर पुल के कारण कभी कोई बड़ी दुर्घटना न हो जाए। मजुबुलाह, अब्दुल हक, रामविलास कन्नौजिया, राममिलन, राम सिंह, शफीकुर्रहमान, इम्तियाज, पंकज पांडेय, शिवकुमार, बीएन पांडेय आदि का कहना है कि पुल की मरम्मत के लिए कई बार समाधान दिवस में प्रार्थनापत्र दिया गया पर कोई सुनने वाला नहीं है। अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी बांसी राजेश कुमार का कहना है कि उक्त पुल जिला पंचायत से बने थे। मरम्मत कार्य उन्हीं के द्वारा किया जाएगा।