संभावित लहर से निपटने की यहां अधूरी है तैयारी
कंसंट्रेटर सहित चार बेड तैयार पर नहीं बाल विशेषज्ञ निगरानी समितियां व ग्राम प्रधान बांट र
कंसंट्रेटर सहित चार बेड तैयार पर नहीं बाल विशेषज्ञ, निगरानी समितियां व ग्राम प्रधान बांट रहे मेडिकल किट
जागरण संवाददाता, खेसरहा, सिद्धार्थनगर : कोरोना की संभावित लहर आने की उम्मीद जताई जा रही है। सीएचसी खेसरहा में की गई तैयारी अधूरी है। बच्चों के संक्रमित होने की दशा में इलाज के लिए चिकित्सक की तैनाती नहीं है। हां आक्सीजन की उपलब्धता जरूर हो गई है। दूसरी लहर में इसका इंतजाम नहीं था। चार आक्सीजन कंसंट्रेटर लगाया गया है। पांच आक्सीजन सिलेंडर रिजर्व रखा गया है।
पांच चिकित्सक तथा एक फार्मासिस्ट की तैनाती भी है। संक्रमितों की पहचान के लिए 228 निगरानी समितियां बनाई गई हैं। सवाल यह कि आखिर बच्चों का इलाज कैसे होगा? खेसरहा में 99 ग्राम पंचायतें हैं, जिनमें वितरण के लिए 2000 मेडिकल किट भी दिए गए हैं। प्रत्येक गांव में कोरोना के संभावित मरीजों को चिह्नित कर उनमें मेडिकल किट वितरण का काम निगरानी समितियों को सौंपा गया है। तीसरी लहर के दौरान बच्चों के संक्रमित होने की आंशका बताई जा रही है लेकिन सीएचसी में बच्चों के इलाज के लिए बाल रोग विशेषज्ञ नहीं है। आपातकालीन स्थिति के लिए चार बेड तैयार किए गए हैं जहां प्राथमिक उपचार के बाद बच्चों को सीएचसी तिलौली में बने 50 बेड के पीकू वार्ड रेफर कर दिया जाएगा।
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हमारे यहां जो वार्ड बना है उसमें कोरोना संक्रमित बच्चों के प्राथमिक उपचार की व्यवस्था की गई है। आक्सीजन की व्यवस्था भी उपलब्ध है। तीन तारीख को टीकाकरण महाभियान योजना के तहत 4000 टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया है।
डा. एमएम त्रिपाठी
अधीक्षक, सीएचसी, खेसरहा