मदरसा शिक्षकों को रूबेला वैक्सीन का बताया महत्व
: विकास भवन सभागार में जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी आशुतोष पांडेय ने मदरसा प्रबंधकों की बैठक हुई
सिद्धार्थनगर: विकास भवन सभागार में जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी आशुतोष पांडेय ने मदरसा प्रबंधकों व शिक्षकों के साथ बैठक की। 26 नवंबर से शुरू हो रहे खसरा रूबेला वैक्सीन के महत्व के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
डा. संदीप पाटिल ने खसरा-रूबेला वैक्सीन के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि 9 माह से 15 वर्ष तक के बच्चों को खसरा और रूबेला का टीकाकरण होना है। जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी आशुतोष पांडेय ने मदरसा प्रतिनिधियों/धर्मगुरूओं से कहा कि मदरसे में अध्ययनरत 15 वर्ष तक के सभी छात्र-छात्राओं को टीकाकरण कराना सुनिश्चित करें।
डॉ सौरभ चतुर्वेदी ने कहा कि टीकाकरण अभियान में कोई भी बच्चा छूटने न पाये।
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शिक्षकों को किया प्रशिक्षित
लोटन : खसरा- रूबेला टीकाकरण अभियान को सफल बनाने को लेकर बीआरसी सभागार में शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया। एमओआईसी डा. बीरेंद्र चौधरी ने कहा कि 26 नवंबर से रुबेला टीकाकरण अभियान शुरू होने जा रहा है। अभियान सरकारी एवं प्राइवेट विद्यालय में भी चलाया जायेगा। सभी शिक्षकों की सहयोग जरूरी है। बैठक में बीइओ गोपाल मिश्र, सुपरवाइजर बीजी चौधरी, राधेश्याम दुबे, विकास मिश्रा, रोजी कनौजिया, सुषमा मौजूद रहे। बर्डपुर प्रतिनिधि के अनुसार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर आयोजित प्रशिक्षण शिविर के दौरान अभियान के ब्लॉक नोडल अधिकारी डा. महेश कुमार ने रूबेला अभियान की विस्तार से जानकारी दी।