कमिश्नर ने देखे लंबित मामले, दिए जरूरी निर्देश
मंगलवार को इटवा तहसील सभागार में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन हुआ। मंडलायुक्त समेत उच्चाधिकारियों का अमला यहां पहुंचा मगर केवल पंद्रह मिनट ही अधिकारी गण रहे फिर वापस चले गए। एकाएक बनी गहमागहमी अफसरों के जाने के बाद गायब हो गई।
सिद्धार्थनगर : मंगलवार को इटवा तहसील सभागार में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन हुआ। मंडलायुक्त समेत उच्चाधिकारियों का अमला यहां पहुंचा, मगर केवल पंद्रह मिनट ही अधिकारी गण रहे, फिर वापस चले गए। एकाएक बनी गहमागहमी, अफसरों के जाने के बाद गायब हो गई।
करीब 11.25 पर आयुक्त बस्ती मंडल अनिल कुमार सागर कार्यक्रम में पहुंचे। सर्वप्रथम रजिस्टर मंगाकर लंबित मामलों को देखा। एसडीएम द्वारा तीन निस्तारित मामले में रिपोर्ट तो सही मिली, परंतु अन्य प्रकरण में केवल कोरम पूरा किया गया था। मंडलायुक्त ने नाराजगी प्रकट करते हुए कहा कि जो शिकायतें निस्तारित हों, उसकी रिपोर्ट अभिलेख में सही तरीके से दर्ज की जाए। सिर्फ कागजी खाना न की जाए। इसके बाद भी उन्होंने कुछ फरियादियों की शिकायतें सुनीं। थोड़ी देर के बाद सभी बड़े अधिकारी लटेरा में अस्पताल के निरीक्षण के लिए रवाना हो गए। जिसके बाद संपूर्ण समाधान दिवस की शिकायतों को उपजिलाधिकारी विकास कश्यप द्वारा सुनी गई। कुल 55 मामले प्रस्तुत हुए। जिसमें मौके पर तीन शिकायतें निस्तारित की गई। शेष को जांच के उपरांत निस्तारण करने का निर्देश संबंधित विभागाध्यक्षों को दिए गए। जिलाधिकारी दीपक मीणा, मुख्य विकास अधिकारी पुलकित गर्ग, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सीमा राय, तहसीलदार अरविद कुमार, खंड विकास अधिकारी सतीश कुमार पाण्डेय, भनवापुर रामदेव भारती, अधीक्षक डा. वी के वैद्य समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।