गन्ना तौल कराना भी किसानों के लिए टेढ़ी खीर
जिले का गन्ना दो चीनी मिल को सप्लाई होता है। पेराई सत्र 2019-20 में 2069 किसानों से 2.83 लाख क्विंटल गन्ना हुई थी। इसमें तुलसीपुर चीनी मिल ने बढ़नी-ए व परसा-ए क्रय केंद्र पर 418 किसानों से 0.64 लाख क्विटल गन्ना की खरीदारी की थी।
सिद्धार्थनगर : गन्ना किसानों की फसल खेत में तैयार हो गई है। चीनी मिल का भी नया पेराई सत्र शुरू होने जा रहा है, लेकिन अभी से किसानों को गन्ना सप्लाई को लेकर चिता सताने लगी है। शासन ने किसानों की सुविधा को देखते हुए कई नई योजनाएं शुरू की है। क्रय केंद्रों पर किसानों को परेशानी नहीं हो, इसे लेकर दिशानिर्देश जारी किए हैं। लेकिन किसानों को अभी भी पहले अनुभव नहीं भूल रहा है। क्रय केंद्र पर कई-कई दिन तक गन्ना से लदी ट्राली खड़ी रहती है। चीनी मिल के मनमानी के कारण क्रय केंद्र पर ट्रक नहीं पहुंचती। जिससे जाम की स्थिति बनी रहती है। वहीं मेहनतकश किसानों का लागत भी बढ़ जाता है।
यहां स्थापित होते हैं क्रय केंद्र
जिले का गन्ना दो चीनी मिल को सप्लाई होता है। पेराई सत्र 2019-20 में 2069 किसानों से 2.83 लाख क्विंटल गन्ना हुई थी। इसमें तुलसीपुर चीनी मिल ने बढ़नी-ए व परसा-ए क्रय केंद्र पर 418 किसानों से 0.64 लाख क्विटल गन्ना की खरीदारी की थी। रुधौली चीनी मिल ने बढ़नी-बी, परसा-बी, चौखड़ा, तरहर, हथिहवा, हिजुड़ा, सोहना, भिटिया व झकहिया क्रय केंद्रों पर 1651 किसानों से 2.19 लाख क्विटल की खरीद की थी।
रूधौली मिल के क्रय केंद्र केवटली नानकार पर तौल होता है पिछले साल लोडिग ट्रक की कमी के चलते गन्ना की तौल होने मे चार से पांच दिन लग रहे थे। पेराई सत्र 2019-20 का अभी तक 14 जनवरी तक का ही भुगतान मिला है। हमारे गन्ने का बकाया लगभग दो लाख है जो अभी तक नहीं हो सका है।
जसवंत चौधरी
ग्राम तेनुहार बभनान चीनी मिल के बनकटी कांटे पर तौल होता है, पिछले वर्ष ट्रांसपोर्ट व मजदूर की कमी के कारण दो दिनों तक ट्राली पर गन्ना लदा रह गया था। आए दिन घटतौली का शिकार बनना पड़ता था। पिछले सत्र का भुगतान दो माह का रोककर अभी कुछ दिनों पहले किया गया है।
राजेन्द्र चौधरी
ग्राम बनकटी गरीब गन्ना किसानों को तौल के लिए एक-एक सप्ताह तक लग जाता है। तौल प्रकिया सही ढंग से नहीं होने के कारण ठंडक में दिन रात एक करके किसी तरह तौल होता है। वहीं गन्ना माफिया तौल केंद्र के इर्द-गिर्द घूमते रहते हैं जिसके चलते घटतौली, समय पर तौल न होने की समस्या उत्पन्न होती है।
जमशेद अली
ग्राम बढनी चाफा बढनी चाफा नगर पंचायत में तौल के बाद भुगतान के लिए समय पर पूरा पैसा नहीं मिल पाता। जिसके कारण गेहूं की खेती के लिए खाद व बीज आदि की समस्या उत्पन्न हो रही है। यही कारण है कि गन्ना माफिया को मजबूरन पर्ची औने-पौने दामों पर बेचना पडता है।
दीपक जायसवाल
ग्राम बढ़नी चाफा गन्ना क्रय केंद्र पर किसानों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए चीनी मिल को निर्देशित किया गया है। किसानों को एसएमएस के माध्यम से सप्लाई की सूचना दी जाएगी। क्रय केंद्रों पर किसानों के नाम को भी चस्पा किया जाएगा। मिल प्रबंधन को परिवहन सुविधा में सुधार लाने व पूरी पारदर्शिता बरतने के लिए सभी से कहा गया है।
मंजू सिंह
जिला गन्ना अधिकारी