कोरोना को भगाएं दूर, घर पर रहकर करें पूजा
इस वक्त हिदू व मुस्लिम समाज का अहम पर्व शुरू हो गया है। हिदू नवरात्र व्रत रखे हुए हैं। दुर्गा मंदिरों में आरती- पूजन का दौर चल रहा है। धार्मिक संस्थाओं से जुड़े लोगों का कहना है कि श्रद्धालुओं को घर पर ही रहकर पूजा- अर्चना करनी चाहिए।
सिद्धार्थनगर: इस वक्त हिदू व मुस्लिम समाज का अहम पर्व शुरू हो गया है। हिदू नवरात्र व्रत रखे हुए हैं। दुर्गा मंदिरों में आरती- पूजन का दौर चल रहा है। धार्मिक संस्थाओं से जुड़े लोगों का कहना है कि श्रद्धालुओं को घर पर ही रहकर पूजा- अर्चना करनी चाहिए। दो गज की दूरी और मास्क का नियमित प्रयोग करने से ही जिंदगी सुरक्षित रहेगी। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को लेकर जब संवाददाता ने धर्मगुरुओं से बातचीत की और उन्होंने जनता से अपील कुछ ऐसे अपील की।
पल्टादेवी मंदिर के महंत चंदन गिरी ने कहाकि कोरोना का प्रकोप बढ़ रहा है। इसे रोकने के लिए सतर्कता जरूरी है। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि आवश्यक होने पर ही घर से निकलें। कोरोना को रोकने के लिए यह समय की मांग है। घर के अंदर भी देवी- देवताओं की पूजा करने से उतना ही फल मिलता है जितना मंदिर में। शर्त बस इतनी होनी चाहिए कि पूजा विश्वास व श्रद्धा के साथ की गई हो। महंत गिरी ने कहा मंदिरों पर आएं तो कोविड नियमों का पालन करें। कोई वस्तु न छुएं। दूर से ही पूजा- अर्चना करें। मास्क लगाने के साथ दो गज की दूरी का ख्याल भी रखें।
ज्योतिषाचार्य आचार्य योगेश पांडेय ने कहा कि बचाव का रामवाण है दो गज दूरी कोरोना संक्रमण से मौत जारी है। इसे रोकने के लिए सबको मिलकर कार्य करना होगा। यदि अभी हम सजग नहीं हुए तो इसका रूप बड़ा भयावह होगा। जब घर- परिवार समाज स्वस्थ रहेगा तो चहुंओर खुशहाली रहेगी। बड़े शहरों से आ रहे लोग बिना जांच कराये, घरों से न निकलें। मंदिरों में पूजा-पाठ के पहले व बाद में हाथों को साफ करें। सैनिटाइजर का प्रयोग नियमित करते रहें। कोरोना वायरस से बचाव का रामवाण है दो गज दूरी बनाकर रहना। वायरस न फैले इसके लिए सभी को मिलकर इस लड़ाई का लड़ना पड़ेगा। बहुत आवश्यक न हो तो नवरात्र में विधि- विधान से घर पर ही शुद्ध वातावरण में पूजा-पाठ करते रहें।