Santkabir Nagar Road Acciden: एक ही परिवार से उठीं तीन अर्थियां, हर तरफ आंसुओं का समंदर- हर आंख हुई नम
Santkabir Nagar Road Acciden संतकबीर नगर में सड़क हादसे में एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत के बाद सिद्ध्धर्थनगर के बांसी में शोक का माहौल है। तीनों लोग बांसी के रहने वाले थे। सोमवार को तीनों का एक साथ अंतिम संस्कार किया गया।
सिद्धार्थनगर, रितेश बाजपेई। रविवार को संतकबीर नगर में हुई मार्ग दुर्घटना में एक ही परिवार की तीन लोगों की मौत हो गई। सोमवार को शव जब घर पहुंचा और एक साथ तीन अर्थियां उठीं तो स्वजन सहित पूरा जवार रो पड़ा। हर आंख में आंसू थे, हर तरफ आंसुओं का सैलाब था। घर के मुखिया कोतवाली के तेलौरा निवासी कौशल किशोर पांडेय को बेटा, पोता व पत्नी को खोने का गहरा सदमा लगा है। वह रह रह कर बेहोश हो जा रहे। जब भी चेतना लौटती अपने चार वर्षीय मृतक पोते रुद्र को पुकारते और फिर दहाड़ मारकर रोने लगते।
कार हादसे में गई थी तीनों की जांन
उनका करण क्रंदन सुन आस पास गांव के लोगों की भी आंखें नम हो जाती। हर कोई इस अनहोनी को लेकर द्रवित था। सास की तबीयत खराब होने की बात जान रविवार की शाम चार बजे कौशल किशोर ने अपने दूसरे नंबर के बेटे जीतेंद्र पांडेय को पत्नी शीला देवी के साथ संतकबीरनगर जनपद के बड़गो गांव स्थित अपने ससुराल भेजा था। दादी के कार पर बैठते ही पोता रुद्र अपने पिता जीतेंद्र पांडेय से लिपट गया और चलने की जिद करने लगा। दादी ने उसे अपने पास बिठा लिया। ननिहाल से आठ बजे के करीब लोग वापस घर के लिए निकल पडे़। नंदौर - बांसी मार्ग स्थित झुड़िया पुल के पास पहुंचे ही थे की कार अनियंत्रित होकर पुल के नीचे जा गिरी।
शादी के सात साल बाद हुआ था बेटा
घटना के दो घंटे बाद स्वजन को सूचना मिली तो लोग मेहदावल सीएचसी पहुंचे। ग्रामीणों के प्रयास पर कुछ मिनट के लिए होश में आए कौशल किशोर बिलखते हुए कहते हैं कि हमारे तीन पुत्रों में यह पुत्र गांव के चौराहे पर सीएचसी चलाने के साथ हमारे हर कार्य में हाथ भी बंटाता था। शादी के सात वर्ष बाद इसको सिर्फ एक पुत्र हुआ था उसे भी साथ लेकर चला गया। अब हमारे साथ कौन खेलेगा। यह कहते फफक पडे़ और फिर बेहोश हो गए।
नहीं कराया पोस्टमार्टम
घटना के बाद मृतक के भाई और चाचा उसी रात सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) मेंहदावल में पहुंचे। ये दोनों शव का पोस्टमार्टम न कराने की जिद पर अड़े रहे। पुलिस पोस्टमार्टम के लिए इन्हें समझाती-बुझाती रही लेकिन इन पर कोई असर नहीं पड़ा। इनके यहां पर पहुंचने के करीब एक घंटे के बाद ये लोग निजी साधन से शव को लेकर सिद्धार्थनगर जिला स्थित अपने गांव पर चले गये।
ऐसे हुआ हादसा
सिद्धार्थनगर जिले के तेलौरा गांव निवासी 30 वर्षीय जितेंद्र पांडेय पुत्र कौशल अपनी 50 वर्षीय मां शीला व तीन वर्षीय बेटे रुद्र के साथ रविवार की सुबह कार से आवश्यक कार्य से खलीलाबाद आए थे। ये खलीलाबाद से अपने घर सिद्धार्थनगर जनपद के लिए लौट रहे थे। ये रात के करीब पौने नौ बजे बेलहर थाना के झुड़िया पुल के पास पहुंचे थे। इसी दौरान कार अनियंत्रित होकर नाले में गिर गई। दुर्घटना होने की जानकारी मिलने पर स्थानीय लोग मौके पर पहुंचे। वहीं सूचना मिलने पर बेलहर के थानाध्यक्ष अमित कुशवाहा भी सहयोगी पुलिस कर्मियों के साथ पहुंच गए। राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। पुलिस ने इसकी सूचना परिवार के सदस्यों को दी थी। तीनों घायलों को उपचार के लिए सीएचसी मेंहदावल में दाखिल कराया गया था। यहां के डाक्टरों ने तीनों लोगों को मृत घोषित कर दिया था।
बिना पोस्टमार्टम कराए शव लेकर चले गए परिजन
इस बीच सूचना मिलने पर रात के करीब साढ़े दस बजे मृतक जितेंद्र पाण्डेय के भाई व चाचा अस्पताल में पहुंचे। यहां पर शव देखकर रोने-बिलखने लगे। ये दोनों शव का पोस्टमार्टम न कराने की जिद पर अड़े रहे। पुलिस पोस्टमार्टम के लिए इन्हें समझाती-बुझाती रही लेकिन इन पर कोई असर नहीं पड़ा। करीब एक घंटे के बाद यानी साढ़े ग्यारह बजे ये लोग निजी साधन से शव को लेकर सिद्धार्थनगर जिला स्थित अपने तेलौरा गांव पर चले गये। वहीं सोमवार को अब तक नाले में ही कार पड़ी हुई है, इसे निकाला नहीं गया है। शव गांव पर पहुंचते ही कोहराम मच गया है। एक ही परिवार के तीन सदस्यों की मृत्यु से गांव में मातम छा गया है। बेलहर के थानाध्यक्ष अमित कुशवाहा ने बताया कि मृतक के स्वजन आए थे। ये निजी साधन से तीनों शव को लेकर गांव चले गए। फिलहाल कोई तहरीर नहीं मिली है।