घटती राप्ती के साथ तेज हुई कटान
राप्ती का पानी घटाव पर है, लेकिन वह तटवर्ती क्षेत्र की तरफ तेजी से कटान पर आमादा है। उसके इस रूख को देख तटवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के होश उड़ने लगे है। कई बीघा खेत नदी में समा गए है। वहीं प्रशासन अभी तक उदासीन बना हुआ है। गांवों के लिए आई नई नाव तहसील परिसर की शोभा बढ़ा रही है।
सिद्धार्थनगर: राप्ती का पानी घटाव पर है, लेकिन वह तटवर्ती क्षेत्र की तरफ तेजी से कटान पर आमादा है। उसके इस रूख को देख तटवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में लोगों के होश उड़ने लगे है। कई बीघा खेत नदी में समा गए है। वहीं प्रशासन अभी तक उदासीन बना हुआ है। गांवों के लिए आई नई नाव तहसील परिसर की शोभा बढ़ा रही है।
तहसील क्षेत्र में राप्ती का जलस्तर कम हो रहा है लेकिन नदी कटान करने पर उतारू हो गई है। अगल-बगल के खेतों को अपने आगोश में लेती जा रही है। कई बीघा कृषि योग्य भूमि नदी की पेट मे समा गई है। कई घर पर कटान के जद में आ गए है। बलरामपुर में बढ़ते राप्ती नदी के जलस्तर से एक बार फिर से ग्रामीणों की नींद उड़ गई है। प्रशासन बिल्कुल लचर रवैया अपनाए है। अभी तक तटवर्ती गांव के लिए न ही नाव की व्यवस्था की गयी है और न ही कोई अधिकारियों ने इस ओर ध्यान दिया है। गांवों के लिए खरीद कर आई नई नाव तहसील मुख्यालय की शोभा बढ़ा रही है। सवाल यह उठता है कि अगर जलस्तर बढ़ने लगा तो प्रशासन किस मार्ग से नाव को प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचाएगी। ग्राम गागापुर निवासी पारसनाथ गुप्ता, बैजनाथ कहते है कि घर के पास कटान काफी तेजी से हो रहा है। समय से इंतजाम हो गया होता तो शायद यह स्थिति नहीं आती। रातों की नींद व दिन का सुकून छिन गया है। विशुनपुर औरंगाबाद निवासी बद्री प्रसाद, अजय निषाद कहते है कि गांव के लोग पहले पलायन कर गए हैं। शासन-प्रशासन की उदासीनता इसी प्रकार रही तो नदी की धारा में सब कुछ समाहित हो जाएगा। विधायक इटवा डा. सतीश द्विवेदी ने कहा कि जिस जगह कटान हो रही है, उन स्थानों पर संबंधित अधिकारियों को निगाह रखने के लिए कहा गया है। कटान से बचाव के लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी कराने के लिए कहा गया है। अपने स्तर से भी स्थिति की निगरानी की जा रही है। शोहरतगढ़ तहसील क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित ग्राम सभा खैरी शीतला प्रसाद व तालकुंडा में मंगलवार को राहत सामग्री वितरित किया। तहसील प्रशासन ने कुल 220 बाढ़ पीड़ितों में राहत सामग्री का वितरण किया। बूढ़ी राप्ती नदी व घोरही नाला के उफान पर आने के बाद ग्राम सभा खैरी शीतल प्रसाद के चार टोला मैरुंड हो गए थे। इनमें टोला नकोलडीह के 61, पन्नापुर के 31, शिवदुलारे डीह के 65, मुरव्वनडीह के 20 व तालकुण्डा ग्राम सभा के तमकुहवा टोले के 43 बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री दिया गया। इस दौरान तहसीलदार अर¨वद कुमार, राजस्व निरीक्षक अशर्फी लाल, लेखपाल पंचमलाल पटेल, अर¨वद कुमार चौबे, अनिल अग्रहरि, देवेंद्र पाल, पहलवान, सुभाष अग्रहरि, सुरेंद्र चौहान, अशोक पासवान आदि मौजूद रहे।