दीपावली पर Þधन वर्षाÞ का दुर्लभ संयोग
दीपावली का प्रसिद्ध पर्व मां लक्ष्मी जी को मनाने का महापर्व दीपावली है। हिन्दू धर्म के अनुसार इस दिन मां लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है। इस बार कि दीपावली कुछ ज्यादा ही खास योग है। ऐसा ज्योतिष विद्वानों का कहना है। मां लक्ष्मी पृथ्वी पर भ्रमण कर भक्तों के लिए धन का वर्षा करेंगी।
सिद्धार्थनगर: दीपावली का प्रसिद्ध पर्व मां लक्ष्मी जी को मनाने का महापर्व दीपावली है। हिन्दू धर्म के अनुसार इस दिन मां लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है। इस बार कि दीपावली कुछ ज्यादा ही खास योग है। ऐसा ज्योतिष विद्वानों का कहना है। मां लक्ष्मी पृथ्वी पर भ्रमण कर भक्तों के लिए धन का वर्षा करेंगी।
मुख्यालय स्थित जय मां वैष्णो देवी ज्योतिष तंत्र अनुसंधान एवं परामर्श केन्द्र के आचार्य योगेश पाण्डेय ने ज्योतिषीय गणना के आधार से बताएं कि इस दीपावली काफी वर्ष बाद दुर्लभ संयोग से युक्त है। दीपावली 27 अक्टूबर को दिन में 11 बजकर 55 मिनट से प्रारंभ हो जाएगी। जो पूरी रात्रि तक अमावस्या दीपावली रहेगी। अमृत रेखा मुहूर्त के अनुसार मां लक्ष्मी जी धन वर्षा योग लेकर पृथ्वी मंडल पर भ्रमण कर भक्तों को आशीर्वाद प्रदान करेंगी। पाण्डेय बताते हैं कि कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष अमावस्या तिथि पर दीपावली मनाएं जाने का शास्त्र विधान है। प्रात: काल से ही चित्रा नक्षत्र का प्रवेश हो जाएगा, जो भोर 4 बजकर 28 मिनट तक भोग करेगा। इसके लिए अपने घरों में गंगा जल का छिड़काव करके शाम पांच बजे पूजा स्थल पर कलश का स्थापना करें। सिदूर, हल्दी गांठ, अबीर, गुलाल, बुक, रोली, गुड, सिक्का, आम का पलव रखकर लक्ष्मी गणेश आदि देवी देवताओं के चित्र रख कर धूप दीप कपूर अगरबत्ती दिखाते हुए महा लक्ष्मी जी की आराधना करें। मुख्य दरवाजे को खुला रखें तथा वहां लाल सिदूर से स्वास्तिक का चिन्ह बना दें। जिसे देख कर महामाया चंचला श्री लक्ष्मी जी गृह में प्रवेश कर जाएंगी।