फिर बढ़ा राप्ती नदी का जलस्तर, मंडराया खतरा
अगस्त में तीन सप्ताह बीता तो ऐसा लगा कि शायद इस बार बाढ़ क्षेत्र में तबाही न मचाए। मगर कल से जलस्तर में तेजी से हो रही बढ़ोत्तरी ने स्थिति को विकट बना दिया है।
सिद्धार्थनगर : दो दिनों से राप्ती नदी का जलस्तर फिर से बढ़ने लगा है। इसके कारण तटवर्ती क्षेत्रों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। जगह-जगह कटान भी तेज हो गया है। बिजौरा के पास शाहपुर-सिगारजोत मार्ग भी कटकर नदी में समाहित हो सकता है।
पिछले महीने नदी का जलस्तर बढ़ा था, सीवान में सैकड़ों बीघा खेत पानी में डूब गए थे। सैलाब गांव की ओर दस्तक देने को तैयार था पर तेजी से जलस्तर घटा तो फिर बाढ़ की आशंका खत्म हो गई। अगस्त में तीन सप्ताह बीता तो ऐसा लगा कि शायद इस बार बाढ़ क्षेत्र में तबाही न मचाए। मगर कल से जलस्तर में तेजी से हो रही बढ़ोत्तरी ने स्थिति को विकट बना दिया है। गागापुर, जूड़ीकुइयां, सिगारजोत आदि जगहों पर कटान भी हो रही है। क्षेत्रवासियों का मानना है कि यदि इसी तरह जलस्तर बढ़ता रहा तो फिर गागापुर, आजाद नगर, सिगारजोत, विशुनपुर औरंगाबाद, बिजौरा, बेतनार, जुड़ीकुइय, सफीपुर, परसोहिया तिवारी, मनिकौरा, रोहाव बुजुर्ग, दखिन्हवा, सिकन्दरपुर आदि स्थानों पर सैलाब तबाही मचा सकता है। कटान वाले इलाके के लोग भयभीत हैं। राम संवारे, प्रदीप कुमार, पवन, महेश, अरशद, समीउल्लाह आदि का कहना है कि अगर नदी इसी तरह उफान पर रही तो फिर बाढ़ एक बार फिर अपना विकराल रूप दिखा सकती है।