मासूमों के जज्बे को सलाम, पूरा किया 15 रोजा
तेज धूप व गर्मी की तपिश के बीच महजबीन शमीमा शादिया व परवीन रख रही रोजा इबादतों में गुजरता है दिन कोरोना से निजात के लिए मांगी जा रही हैं अल्लाह से दुआएं
सिद्धार्थनगर : तेज धूप व गर्मी की तपिश जहां बड़ों को परेशान कर देती हैं और हर किसी को प्यास सताती है, वहीं कुछ मासूम ऐसी भी हैं जिनके जज्बे मौसम पर भारी पड़ रहे हैं। इन मासूमों ने शनिवार को अपना 15 वां रोजा रखा। इबादतों में दिन गुजारने के साथ नमाज में कोरोना वायरस से निजात के लिए अल्लाह से दुआएं मांगी जा रही हैं।
तहसील अन्तर्गत मधवापुर कला गांव निवासी शामीमा शदफ, महजाबीन, शोनोबर प्रवीन व शादिया खातून ऐसी मासूम बच्चियां हैं, जो रमजान से शुरू से लेकर अब तक रोजा रखीं, इनका हौसला यह है कि पूरे रमजान का रोजा मुकम्मल करना है। घर परिवार के लोग भी इफ्तार के समय फिजिकल डिस्टेंसिग को ध्यान में रखकर इनके साथ बैठकर एक साथ रोजा खोलते हैं। सभी मुल्क की सलामती की दुआएं मांगते हैं।
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9 साल के मासूम ने पूरा किया रोजा
बढ़या : मधवापुर कला गांव के ही निवासी अरमान सिद्दीकी 9 वर्षीय पुत्र अब्दुल अजीज ने शुक्रवार को अपना पहला रोजा रखा। मासूम बेटे ने जब घर के दूसरे सदस्यों को रोजा रहते हुए देखा तो फिर इसने भी रोजा रखने की जिद की। दोपहर बाद इफ्तार की तैयारी शुरू हुई। खास लोगों को इफ्तार पर बुलाया गया, मगरिब की अजान हुई तो शरीरिक दूरी के बीच सभी ने रोजा खोला। अब्दुल मालिक, शमीमा सदाफ, महजबीन परवीन, सनोबर प्रवीन, सादिया खातून, सोहमा सदफ, वजीहा महविश, उनैजा महविश आदि इफ्तार में शामिल हुए।