24 घंटों से 70 गांवों की बिजली गुल
सिद्धार्थनगर : तहसील क्षेत्र के अधिकांश इलाके अंधेरे में है। 24 घंटों से 70 गांवों की बिजली गुल है।
सिद्धार्थनगर : तहसील क्षेत्र के अधिकांश इलाके अंधेरे में है। 24 घंटों से 70 गांवों की बिजली गुल है। रविवार रात से ही गायब बिजली का दर्शन अगले दिन सोमवार को भी नहीं हुआ। लोग इस अघोषित कटौती से त्रस्त हो गए है। नाराजगी फूटने को है। विभागीय अधिकारी व कर्मचारी मोबाइल को बंद करके रखे है। लोग गड़बड़ी पता करने के लिए दौड़ रहे है, लेकिन उनको कोई यह नहीं बताने वाला मिल रहा कि बिजली कब आएगी।
तहसील क्षेत्र में एक दिन से बिजली नहीं आ रही है। ग्रामीण क्षेत्र के करीब दर्जन गांव में रात को रोशनी नहीं हुई। सोमवार कस्बे की बिजली भी गुल हो गई। जिम्मेदार यह भी नहीं बता रहे है कि क्या समस्या आ गई है। बिजली कब आएगी। आपूर्ति बाधित होने से गणेश उत्सव पर भी असर पड़ गया है। आयोजकों को खासी परेशानी झेलनी पड़ रही है। तहसील क्षेत्र में बिजली की आवाजाही आम बात है। अधिकतर रात में तीन से चार घंटे ही आपूर्ति आती है। अगर किसी दिन बढि़या सप्लाई हो गई तो दो दिनों तक दर्शन नहीं होने है। इस अघोषित कटौती से आमजन त्रस्त हो गया है। सत्तर गांव में बिजली नहीं है। उमस भरी गर्मी में लोग मच्छरों के बीच रात गुजारने को मजबूर हो गए। इंनवर्टर भी धोख दे दिया। अगले दिन भी बिजली नहीं आई। लोगों का कहना है कि सरकार का दावा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे आपूर्ति दी जा रही है, जबकि यहां तो चार से पांच घंटे भी बिजली नहीं मिल रही। क्षेत्र निवासी राधेश्याम अग्रहरि, विनोद मोदनवाल, अखिलेश श्रीवास्तव, यशोदनंदन शुक्ला, गजेंद्र चौधरी, रीता कश्यप, दीपशिखा पांडेय, निहारिका यादव, पल्लवी मिश्रा, अंकिता शुक्ला, रूबी श्रीवास्तव, आकांक्षा आदि ने आरोप लगाया कि विद्युत आपूर्ति की लचर व्यवस्था को देख जनप्रतिनिधि भी मौन साध कर बैठ गए हे। ग्रामीण क्षेत्रों में गणेश उत्सव मनाया जा रहा है, लेकिन अघोषित विद्युत कटौती से आयोजकों में निराशा व्याप्त हो गई है। इस संबंध में एसडीओ कौशल कुमार ने कहा कि बस्ती से समस्या है। पर्याप्त सप्लाई मिलने पर निर्धारित आपूर्ति दी जाएगी।