ताबूत की शबीह देखकर माहौल गमगीन
कस्बा हल्लौर स्थित हुसैनी चौक में बुधवार की देर रात इमाम हुसैन की चार वर्षीय बेटी जनाब सकीना की याद में यौम-ए-सकीना का आयोजित हुआ। कार्यक्रम के दौरान हर तरफ गम का माहौल छाया रहा।
सिद्धार्थनगर : कस्बा हल्लौर स्थित हुसैनी चौक में बुधवार की देर रात इमाम हुसैन की चार वर्षीय बेटी जनाब सकीना की याद में यौम-ए-सकीना का आयोजित हुआ। कार्यक्रम के दौरान हर तरफ गम का माहौल छाया रहा।
अली ब्वायज कमेटी की ओर से हुए कार्यक्रम में तशबीब हसन ने कलाम पाक की तिलावत के साथ शुरुआत की। शादाब व आले र•ा ने पेश ख्वानी प्रस्तुत किया। मरसिया शाहिद आलम व उनके हमनवां ने पढ़ी। मजलिस को खिताब करते हुए मौलाना जमाल हैदर ने वाकये करबला खासकर जनाब सकीना की जिदगी पर रोशनी डाली। शहादत के मसाएब बयान किए। मजलिस के तुरंत बाद ताबूत की शबीह बरामद हुई। यह देख हर हुसैनी मातमदार की आंखें छलक पड़ी। हर कोई अजादार ताबूत के जियारत के लिए उमड़ पड़ा। इस बीच आबाद हुसैन व रौनक अब्बास ने जनाब सकीना का मखसूस बैनिया नौहा पेश किया। इसके बाद नौहा-मातम का दौर शुरू हुआ। सबसे पहले मेजबान अंजुमन अली ब्वायज कमेटी के बैनर तले नौहा-मातम हुआ। आरजू मेंहदी, मंजर अब्बास व अब्बास नजर ने नौहा ख्वानी की। अंजुमन फरोग मातम व गुलदस्ता मातम ने नौहा-मातम बरपा किया। संचालन बेताब हल्लौरी ने किया। बड़ी तादाद में हुसैनी शैदाई मौजूद रहे।