प्रवासियों को सता रही तेज धूप व प्रचंड गर्मी
दूसरे शहरों से आने वालों की संख्या इधर भले ही कम हुई है मगर सिलसिला अभी थमा नहीं है। हां ट्रेन व दूसरे साधनों से आने वालों के लिए अब मौसम कड़ी परीक्षा लेने लगा है। तेज धूप व प्रचण्ड गर्मी इन्हें बेहाल कर दे रही है। चेहरा थकान से चूर भले ही हो मगर घर पहुंचे का सुकून थकान पर भारी नजर आया।
सिद्धार्थनगर : दूसरे शहरों से आने वालों की संख्या इधर भले ही कम हुई है, मगर सिलसिला अभी थमा नहीं है। हां ट्रेन व दूसरे साधनों से आने वालों के लिए अब मौसम कड़ी परीक्षा लेने लगा है। तेज धूप व प्रचण्ड गर्मी इन्हें बेहाल कर दे रही है। चेहरा थकान से चूर भले ही हो, मगर घर पहुंचे का सुकून थकान पर भारी नजर आया।
लॉकडाउन-4 में अब लोग परिवार सहित शहरों से गांव की तरफ आने लगे हैं। मंगलवार को दोपहर एक बजे तक करीब 500 लोग इटवा पहुंच चुके थे। जबकि अब तक प्रवासियों की संख्या 23 हजार पार हो गई है। कुल पांच क्वारंटाइन सेंटर पर 70 लोग क्वारंटीन हैं, जबकि शेष होम क्वारंटाइन। इधर जो लोग आ रहे हैं, उनमें छोटे-छोटे व परिवार की महिलाएं शामिल हैं। जिगना पटना निवासी रामदीन भी यहां पहुंचे। उनके साथ पत्नी सहित छोटे-छोटे पांच बच्चे थे। बोरो अली मुंबई से ट्रेन से लखनऊ आए और फिर वहां से सरकारी बस से इटवा स्थित थर्मल स्क्रीनिग सेंटर पहुंचे। यहां करीब एक घंटे प्रक्रिया पूर्ण कराने के बाद राशन किट, बैग लादे बच्चों को लिए पैदल ही घर के लिए निकल पड़े, क्योंकि विद्यालय परिसर में उस रूट के लिए कोई बस नहीं थी। इसी तरह दिल्ली से अर्जुन कुमार बस से परिवार के साथ आए। यहां तीन-चार परिवार के लोग सामान इकट्ठा रखकर स्क्रीनिग आदि प्रक्रिया पूर्ण कराने में लगे थे। कमसार निवासी आकाश भी मुंबई से आए थे। स्क्रीनिग सेंटर पर धूप व गर्मी से महिलाएं व बच्चे बेहाल दिखे। मगर संतुष्टि यह थी, कि चलो जैसे सही घर तो पहुंच गए।