प्रवासियों को करना पड़ रहा 50 किमी पैदल सफर
दूसरे राज्यों में रह रहे प्रवासियों को प्रदेश सरकार ट्रेनों से उनके गृह जनपद पहुंचा रही है लेकिन सभी रोडवेज की बसें बस्ती बांसी होकर जिले पर जाती है। ऐसे में डुमरियागंज तहसील क्षेत्रों में आने वाले प्रवासियों को पैदल अपने गांव में आना पड़ रहा है।
सिद्धार्थनगर : दूसरे राज्यों में रह रहे प्रवासियों को प्रदेश सरकार ट्रेनों से उनके गृह जनपद पहुंचा रही है, लेकिन सभी रोडवेज की बसें बस्ती बांसी होकर जिले पर जाती है। ऐसे में डुमरियागंज तहसील क्षेत्रों में आने वाले प्रवासियों को पैदल अपने गांव में आना पड़ रहा है।
पुणे से ट्रेन से चलकर बस्ती पहुंचे मोनू कुमार निवासी वजीर डीह बढ़नी चाफा ने बताया की बस्ती रेलवे स्टेशन से रोडवेज की बस से अपने गृह जनपद के लिए रवाना हुए। रोडवेज की बस बस्ती से बांसी होते हुए जिला मुख्यालय पर चली गई। डुमरियागंज क्षेत्र के लोगों को बांसी उतार दिया गया। ऐसे में वहां से साधन न मिलने पर पैदल करीब पचास किमी का सफर तय करना पड़ा। मंगलवार की देर रात मोनू अपने गांव पहुंचा और प्रवासियों का दर्द बयां किया। दो दिन पहले बैंगलौर से आए विशाल, विकास गुलाब, संदीप निवासी गण सिगिहवा बढ़नी चाफा को भी बांसी से पैदल अपने गांव आना पड़ा।