प्रदर्शनी के जरिये भैया-बहनों ने उकेरी प्रतिभा
खुनियांव विकास खंड अन्तर्गत सरस्वती शिशु एवं विद्या मंदिर ऊंचडीह में रविवार को विज्ञान प्रयोग एवं कला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। जिसमें भैया-बहिनों की उकेरी गई प्रतिभा को हर किसी ने सराहा। प्रदर्शनी में सजाई गई सामग्रियों एवं रंगोली भी आकर्षण का केंद्र रहीं।
सिद्धार्थनगर : खुनियांव विकास खंड अन्तर्गत सरस्वती शिशु एवं विद्या मंदिर ऊंचडीह में रविवार को विज्ञान प्रयोग एवं कला प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। जिसमें भैया-बहिनों की उकेरी गई प्रतिभा को हर किसी ने सराहा। प्रदर्शनी में सजाई गई सामग्रियों एवं रंगोली भी आकर्षण का केंद्र रहीं।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि विभाग प्रचारक सुरजीत ने दीप प्रज्जवलित कर किया। जिसके बाद सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। प्रचारक ने कहा विज्ञान प्रतियोगिताएं भैया-बहिनों के सर्वांगीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का काम करती हैं। संस्कृति धरोहर को बचाये रखने की आवश्यकता है। शिक्षा का उद्देश्य मात्र अक्षर ज्ञान एवं अंक ज्ञान नहीं, अपितु जीवन संबंधी समस्त चुनौतियों व समस्याओं हेतु ज्ञान के साथ-साथ अनुभव का बड़ा महत्व होता है। यहां विद्यालय के बालक-बालिकाओं के क्षमता आंकलन हेतु किया गया आयोजन वास्तव में सराहनीय है। विपुल सिंह ने अभिभावकों से आह्वान किया कि अपने-अपने बच्चों में छुपी प्रतिभाओं को कैसे जागरूक करें, इस पर चितन करें। तभी प्रतिभाएं उभर कर सामने आ सकेंगी। संचालन गोकरन पाण्डेय ने किया। प्रधानाचार्य अच्युतानन्द मिश्र ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रिस मिश्रा, पंडित लाला शास्त्री, कमल द्विवेदी, अनिल तिवारी, विनोद, बृजेन्द्र, अजय अग्रहरि, अभिमन्यु मिश्रा, दिनेश शुक्ल, उमेश त्रिपाठी, राम मनोहर, मदन यादव, भोला गुप्ता, पारसनाथ, नंदे तिवारी, पट्टू यादव, केशव अग्रहरि, अरविद मिश्रा आदि उपस्थित रहे।