लाखों रुपये किए गए खर्च, नतीजा सिफर
भनवापुर विकास खंड अन्तर्गत ग्राम बुढ़ऊ में करीब तीन लाख की लागत से बना पंचायत भवन बिना प्रयोग में आए ही खंडहर बन गया है। बिना उद्देश्य की पूर्ति शासन की मंशा पर पानी फिर रहा है।
सिद्धार्थनगर : भनवापुर विकास खंड अन्तर्गत ग्राम बुढ़ऊ में करीब तीन लाख की लागत से बना पंचायत भवन बिना प्रयोग में आए ही खंडहर बन गया है। बिना उद्देश्य की पूर्ति, शासन की मंशा पर पानी फिर रहा है।
गांव स्तर पर पंचायत भवन निर्माण का उद्देश्य था, कि ग्राम पंचायत से संबंधित छोटे-छोटे कार्य यही पर कराए जाएंगे। ग्रामीणों को ब्लाक व तहसील का चक्कर नहीं मारना पड़ा था। इसी उद्देश्य के चलते यहां वर्ष 1997 में पंचायत भवन का निर्माण हुआ। मगर कभी इसे इस्तेमाल में नहीं लाया गया। उपेक्षा के चलते भवन की स्थिति दिनों दिन दयनीय होती है। वर्तमान में दीवारें जहां दरक गई हैं, तो छत भी जर्जर हो गई है। खंडहर भवन, कब ढह जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता है।
आज्ञा राम व पुजारी ने कहा कि भवन किस उद्देश्य से बनाया गया, समझ से परे है। शासकीय धन पूरी तरह से पानी में बह गया। राजा राम व पप्पू ने कहा कि रखरखाव व देखरेख के अभाव में भवन की स्थिति खस्ता होती गई, अब यहां जानवरों का बसेरा होने लगा है। भवन को ध्वस्त करने के बाद ही इसे नए तरीके से बनाया जाए, तभी संचालन हो सकता है। ग्राम प्रधान चिनकू का कहना है कि जर्जर पंचायत भवन को लेकर कई बार उच्चाधिकारियों को अवगत कराया गया, परंतु ध्यान नहीं दिया गया।
खंड विकास अधिकारी रामदेव भारती ने कहा कि भवन की वस्तु स्थिति का पता कराते हैं, फिर इसकी रिपोर्ट जिले पर भेजेंगे। दिशा निर्देश के अनुसार आगे की कार्यवाही की जाएगी।