Siddharthnagar News: गोरखपुर-सिद्धार्थनगर हाइवे पर गड्ढों की भरमार, वाहनों की कछुए सी चाल
Siddharthnagar News गोरखपुर सिद्धार्थनगर हाईवे पर महराजगंज जनपद के धानी से सिद्धार्थनगर की सीमा में प्रवेश करते ही हाइवे की बदहाली साफ दिखने लगती है। शायद ही कोई जगह हो जहां पर सड़क पर यात्रा करना मुफीद हो।
सिद्धार्थनगर, जागरण संवाददाता। गोरखपुर-सिद्धार्थनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सुहाने सफर का सपना अधूरा है। मार्ग पर जगह- जगह बने बड़े- बड़े गड्ढों के कारण आए दिन राहगीर गिरकर घायल हो गए हैं। नौगढ़ से उसका बाजार तक कुल 10 किलोमीटर की दूरी घंटे भर में तय हो रही है। यह मार्ग गोरखपुर के साथ नेपाल देश को भी जोड़ती है। उसका स्थित कूड़ा नदी के पुल का कुछ हिस्सा टूट चुका है। यहीं हाल उसका से नौगढ़ के बीच पकड़ी चौराहे की भी है। वर्षा की वजह से गड्ढों में पानी भर गया है। इसमें बाइक सवार चालक गिर भी रहे हैं। पकड़ी,मधवापुर,मदनपुर,उड़वलिया चौराहा डेंजर जोन बन गया है। रात के अंधेरे में चार पहिया वाहन गड्ढों से बचने के लिए अनियंत्रित हो जा रहे हैं।
मिल चुकी है स्वीकृति, निर्माण शुरू होने का इन्तजार
मंहराजगंज जनपद के धानी से सिद्धार्थनगर की सीमा में प्रवेश करते ही हाइवे की बदहाली दिखने लगती है। शायद ही कोई जगह हो, जहां पर सड़क पर यात्रा करना मुफीद हो। रात के अंधेरे में वाहन चालको को सुरक्षित यात्रा करने के लिए कछुआ की चाल से यात्रा करने को मजबूर होते हैं। यदि गाड़ी की गति जरा भी बढ़ी तो हादसे से इन्कार नहीं किया जा सकता है।
सड़क निर्माण के लिए धन की स्वीकृति मिल चुकी है। वर्षा के बाद इसके निर्माण का कार्य प्रारंभ हो जाएगा। - संजीव रंजन, डीएम।
क्या बोले राहगीर
इस सड़क से रोजाना कई वाहन गंभीर राेगियों को लेकर मेडिकल कालेज गोरखपुर जाते हैं। उसका-नौगढ़ के बीच कई स्थानों पर सड़क अपना अस्तित्व खो चुकी है। प्रदेश सरकार का गड्ढा मुक्त सड़क का अभियान खोखला साबित हो रहा है। - प्रदीप ठकुराई, प्रदेश उपाध्यक्ष, यूथ कांग्रेस।
इस मार्ग से बड़ी संख्या में लोगों का आना-जाना रहता है। यह सड़क काफी महत्वपूर्ण है। जनपद के साथ साथ नेपाल को भी जोड़ती है। बड़े व्यवसायिक वाहन भी इसी सड़क से गुजरते हैं। बावजूद जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते यह सड़क बदहाल है। - सादिक अली।
क्षतिग्रस्त सड़क से आए दिन हादसे हो रहे हैं। जिम्मेदारों को अवगत कराया गया है। इसके बाद भी कोई सुनने वाला नहीं है। सड़क खराब होने के कारण व्यवसाय पर भी प्रभाव पड़ रहा है। इसे ठीक कराना आवश्यक है। - श्रवण त्रिपाठी।
पकड़ी चौराहे पर 24 घंटे वाहनों का आवागमन रहता है। आए दिन लोग गड्ढे में गिरकर घायल हो रहे हैं। विभाग के जिम्मेदारों को लाेगों की परेशानियों का जरा भी अंदाजा नहीं है। कम से कम इसे चलने योग्य बनाया जाए। - आशीष पांडेय।