आठ साल बाद खुला अस्पताल का ताला, इलाज शुरू
आठ वर्ष की तालाबंदी से जूझ रहे सीएचसी लटेरा के दिन बहुर गए। जागरण के प्रयास और स्वास्थ्य मंत्री के दखल से अस्पताल का ताला खोलते हुए चिकित्सक की तैनाती कर दी गई है। संचालन शुरू होने से क्षेत्रीय लोगों में हर्ष का है। लोगों ने जागरण के प्रयास के लिए धन्यवाद कहा।
सिद्धार्थनगर : आठ वर्ष की तालाबंदी से जूझ रहे सीएचसी लटेरा के दिन बहुर गए। जागरण के प्रयास और स्वास्थ्य मंत्री के दखल से अस्पताल का ताला खोलते हुए चिकित्सक की तैनाती कर दी गई है। संचालन शुरू होने से क्षेत्रीय लोगों में हर्ष का है। लोगों ने जागरण के प्रयास के लिए धन्यवाद कहा।
खुनियांव विकास खंड के लटेरा में बसपा शासन के दौरान तत्कालीन विधायक तौफीक अहमद ने अस्पताल का शिलान्यास किया था। लोगों को उम्मीद थी कि इस अस्पताल के बनने से उन्हें इलाज के लिए दर-दर भटकना नहीं पड़ेगा। उम्मीदें धरी की धरी रह गई जब भवन बनने के बाद न तो डॉक्टर की तैनाती हुई न अस्पताल का ताला खुला। जागरण ने इस उदासीनता पर लगातार खबर प्रकाशित की। नौ जुलाई को 'पुन: स्वास्थ्य मंत्री का निर्देश बेनतीजा, सीएचसी का नहीं खुला ताला' शीर्षक के साथ खबर प्रकाशित हुई। तीन दिन पहले यहां चिकित्सक डॉ. रजनीश पाठक की तैनाती करते हुए अस्पताल का संचालन शुरू करा दिया गया है। सीएमओ डॉ इंद्र विजय विश्वकर्मा ने बताया कि पीएचसी लटेरा में चिकित्सक की तैनाती कर करके अस्पताल को चालू करा दिया गया है।
शमशुद्दीन व मधुरश्याम का कहना है कि जागरण के प्रयास से ही अस्पताल का संचालन शुरू हुआ है। हमारी समस्याओं का समाधान हुआ इसके लिए समाचारपत्र को धन्यवाद। विजय विश्वकर्मा, प्रिस मिश्रा का कहना है कि अस्पताल संचालन न शुरू होने से इटवा, डुमरियागंज जाना पड़ता था। अब संचालन शुरू होने से इलाज के लिए दौड़ना नहीं पड़ेगा।