बलिदान दिवस के रूप में मनाई महाराणा प्रताप की जयंती
अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के मंडलीय कार्यालय पर फतेह बहादुर सिंह की अध्यक्षता में महाराणा प्रताप की जयंती को बलिदान दिवस के रूप में मनाया गया। महाराणा प्रताप के चित्र पर पुष्प अर्चन करते हुए वक्ताओं ने भारतीय समाज को इकट्ठा करने का संकल्प लिया।
सिद्धार्थनगर: अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के मंडलीय कार्यालय पर फतेह बहादुर सिंह की अध्यक्षता में महाराणा प्रताप की जयंती को बलिदान दिवस के रूप में मनाया गया। महाराणा प्रताप के चित्र पर पुष्प अर्चन करते हुए वक्ताओं ने भारतीय समाज को इकट्ठा करने का संकल्प लिया। मंडल अध्यक्ष अखंड प्रताप सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप भारत के इतिहास के ऐसे पुरोधा हैं, जिनका नाम आते ही प्रत्येक भारतीय के मनो मस्तिष्क पर त्याग और बलिदान की भावना उभर आती है। प्रत्येक भारतीय इस कल्पना से अभिभूत हो जाता है कि क्या कोई एक शख्स ऐसा हो सकता है जो राजपाट को छोड़कर घास की रोटी खाने के लिए देश और अपने राज्य को मजबूत करने के लिए मुगल आक्रांताओं से मजबूती से लोहा लें। अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के संरक्षक शेखर सिंह ने समाज को एकजुट कर साथ रहने की शिक्षा दिया। राघवेंद्र सिंह, त्रियुगी चौहान, जीतेंद्र सिंह, विनोद सिंह, जसवंत सिंह, चंद्र प्रकाश सिंह, आरके सिंह, जगदंबा सिंह, उमेश सिंह आदि ने समाज को एकजुट करने के लिए आपस में एक रहने का संकल्प लिया। अमित सिंह, अनिल सिंह, कृष्ण गोपाल सिंह, राहुल सिंह, अंकित सिंह, सुनील सिंह आदि मौजूद रहे।