लाकडाउन में नही हुई बोहनी, डिजिटल प्लेटफार्म से राह हुई आसान
डेढ़ दशक पूर्व छोटी पूंजी से व्यवसाय की शुरुआत करने वाली आस्था ब्यूटी पार्लर की प्रोपराइटर सुशीला ने कोरोना संक्रमण के दौर में बहुत नुकसान उठाया। आनलाइन ट्रेनिग और डिजिटल लेने देन को आधार बनाकर कर व्यवसाय को पटरी पर लाने का प्रयास कर रही हैं।
सिद्धार्थनगर जेएनएन : डेढ़ दशक पूर्व छोटी पूंजी से व्यवसाय की शुरुआत करने वाली आस्था ब्यूटी पार्लर की प्रोपराइटर सुशीला ने कोरोना संक्रमण के दौर में बहुत नुकसान उठाया। आनलाइन ट्रेनिग और डिजिटल लेने देन को आधार बनाकर कर व्यवसाय को पटरी पर लाने का प्रयास कर रही हैं। सालाना तीन से चार लाख का व्यापार है। दो कामगारों को रोजगार भी दे रही हैं। लाकडाउन के दौरान इनकी जीविका को सहारा भी दिया। कोरोना संक्रमण में आई चुनौतियों का सामना करने के लिए गूगल और डिजिटल प्लेटफॉर्म को माध्यम बनाया। ग्राहकों को असुविधा न हो इसके लिए कैशलेस पेमेंट का भरपूर उपयोग कर रही हैं। ब्यूटी पार्लर का व्यवसाय होने के कारण ग्राहकों से शारीरिक दूरी बनाना चुनौतियों भरा काम है। सैलून में ग्राहकों के आते और जाते समय कुर्सियों को सेनिटाइज किया जा रहा है। चेहरे पर मास्क व हाथों में गलब्स को सावधानी के साथ बदला जाता है। कोविड-19 के नियमों को ध्यान में रख कर गाइडलाइन के अनुरूप काम किया जा रहा है। चुनौतियों का सामना करने के लिए नई योजनाओं को मूर्त रूप देने मे लगी हैं।
सुशीला कहती हैं लग्न सीजन में बाजार कोरोना संक्रमण की भेंट चढ़ गई। स्थानीय ग्राहकों को सहेज कर रखना चुनौती भरा काम था। इनसे समन्वय स्थापित करने के लिए सामाजिक कार्य मे बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। वाट्सएप, फेसबुक का भरपूर उपयोग किया। डिजिटल प्लेटफॉर्म पर ब्यूटी टिप्स और ट्रेनिग से संबंधित नए नए प्रोडक्ट की तस्वीरें और वीडियो शेयर किया। लाकडाउन से व्यवसाय में आर्थिक नुकसान हुआ। कारोबार को मुश्किल में डाल दिया था। पांच माह से व्यापार ठप रहा। अनलाक के चौथे चरण में बाजार तो खुले लेकिन हालात बहुत ही खराब हो गए थे। व्यापार मुंह के बल गिर गया था। दुकान का किराया देने लायक पैसे की भी कमाई नहीं हो रही थी। पूरी ब्यूटी और कॉस्मेटिक इंडस्ट्री इन दिनों मुश्किलों से जूझ रही हैं। जब ब्यूटी पार्लर खुले तब ग्राहकों के आने की रफ्तार बहुत धीमी थी। अब बाजार उठने की उम्मीद है। बेहतर कार्ययोजना तैयार की। ग्राहकों और कर्मचारियों को डिजिटल प्लेटफार्म से जोड़ा। सभी से आनलाइन संवाद भी किया जा रहा है। नए ब्यूटी टिप्स और उससे जुड़े प्रोडक्ट की जानकारी दी जाती है। वीडियो भी अपलोड किया जा रहा है।
जल्द शुरू होगी आनलाइन ट्रेनिग
अनलाक के चौथे चरण में ब्यूटी पार्लर खोलने का आदेश हुआ। ऐसे में व्यवसाय को संभालने के लिए बेहतर कार्ययोजना की तैयारी की। गाइडलाइन के अनुरूप ग्राहकों को आने की अनुमति दी। लेन-देन के लिए डिजिटल पेमेंट का सहारा लिया। ग्राहकों को आनलाइन स्किन वेलनेस की ट्रेनिग देने पर कार्ययोजना की तैयार की जा रही है। गूगल प्लेटफार्म पर प्रोडक्ट्स की जानकारी दी जा रही है। नए विधि और प्रोडक्ट की जानकारी साझा करने के लिए वाट्सएप ग्रुप बनाया गया है।
परिवार को संक्रमण से बचाने की थी चुनौती
कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा था। ऐसे में स्वयं के साथ परिवार को भी संक्रमण से बचाने की चुनौती थी। ब्यूटी पार्लर खुलने के सभी को मास्क पहनना अनिवार्य किया गया। सैनिटाइजर का उपयोग किया जा रहा है। ब्लीचिग, फेसपैक, मसाज आदि के बाद हाथ को अच्छे से सैनिटाइज किया जाता है।
अभी भी है कोरोना का भय
कोरोना संक्रमण के चलते लोग घरों में बंद हुए तो ब्यूटी स्टोर्स, पार्लर, सैलूनों पर ताले लग गए। व्यवसाय के लिए यह दौर मुश्किल भरा है। संक्रमण के डर से लोग कहीं सजना-संवरना ही ना छोड़ दें। अभी भी ग्राहकों के मन मे कोरोना का भय व्याप्त है। त्योहार व लग्न के मौसम में ग्राहक नहीं आ रहे हैं। ग्राहकों की थर्मल स्कैनिंग कराई जाती है।
बाजार में तेजी आने की है उम्मीद
चार नवंबर को करवाचौथ का व्रत है। ऐसे में बाजार के उठने की संभावना है। व्यापार को संभालने की कार्ययोजना तैयार किया जा रहा है। ग्राहकों से लगातार संवाद बनाए हैं। त्योहार को देखते हुए कार्ययोजना की प्लानिग की जा रही है।