गंदगी की भरमार, शुद्ध पेयजल की दरकार
नगर पंचायत के वार्ड नंबर दस चौक बाजार में सरकारी सुविधाओं का टोटा है। यहां पर स्वच्छता अभियान का भी असर नहीं दिख रहा है। स्वच्छता नाली पानी आदि की समस्या यहां की पहचान बन है। पूरे वार्ड की नालियां सफाई के अभाव में जाम होकर बजबजा रहीं
सिद्धार्थनगर: नगर पंचायत के वार्ड नंबर दस चौक बाजार में सरकारी सुविधाओं का टोटा है। यहां पर स्वच्छता अभियान का भी असर नहीं दिख रहा है। स्वच्छता, नाली, पानी आदि की समस्या यहां की पहचान बन है। पूरे वार्ड की नालियां सफाई के अभाव में जाम होकर बजबजा रहीं है। जिससे मुहल्ले वासियों में संक्रामक बीमारी फैलने का खतरा बना हुआ है। समस्या को लेकर चिचित मुहल्ले के लोगों ने कई बार मांग की लेकिन उनकी शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया गया। कई जगह पर कूड़ा-करकट का ढेर लगा हुआ है जिससे हर किसी को परेशानी होती है। पीने के शुद्ध पेय जल का कोई इंतजाम नहीं है। वार्ड में एक भी इंडिया मार्का टू हैंडपंप नहीं लगा है। शुद्ध पानी के अभाव में लोग देशी नल से पानी पीने को मजबूर हैं। कहने को पानी की सप्लाई की जाती है लेकिन सुबह शाम महज एक घंटे ही पानी की आपूर्ति की जाती है। वह भी गंदा पानी है, जिसको पीना ही लोगों ने बंद कर दिया है। इतना ही नहीं लोगों के घरों के पानी के कनेक्शन भी काटे जाने लगे हैं। जिससे मजबूरी में लोग देशी नल या बोतलबंद पानी खरीदकर पीने को मजबूर हैं।
करीब सोलह सौ आबादी वाले इस वार्ड में सुविधाओं व संसाधनों का अभाव है। प्रेम गली वा वार्ड में आने वाली रमजान गली की नाली सफाई के अभाव में बजबजा रही है। भेलिया मुहल्ले में सफाई का बुरा हाल है। सड़क पर ही जगह-जगह कूड़े-करकट के ढेर लगे हैं। नालियों के ऊपर अतिक्रमण के चलते नालियों की सफाई नहीं हो पा रही है। कई नालियां तो घरों का कचरा फेंकने के काम आ रहीं हैं। रमजान गली में वार्ड की तरफ खुले में मांस की बिक्री की जा रही है। जिसके दुर्गंध से आस पास के लोगों को परेशानी हो रहीं है। सुबह के समय स्कूल जाने वाले बच्चों को भी परेशानी उठानी पड़ती है। सरकारी योजनाओं की बात करें तो यहां पर कई घरों में शौचालय नहीं है। शौचालय की सुविधा पूरी नहीं है। कई पात्रों को आवास योजना का भी लाभ नहीं मिला है।
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बोले वार्डवासी
जलापूर्ति का पानी दूषित है जो पीने के लायक नहीं है। केवल सुबह शाम एक घंटे ही पानी की सप्लाई की जाती है। मुहल्ले में एक भी सरकारी हैंडपंप नहीं है। पीने के शुद्ध पानी के लिए लोगों को परेशान होना पड़ता है। इस पर जिम्मेदारों को ध्यान देने की जरूरत है। संतोष वर्मा
वार्ड की अधिकांश नालियां कूड़े-करकट व गंदगी से जाम हो गई हैं। घर के पास की नाली एक मीटर गहरी है। लेकिन उसका सही से मरम्मत नहीं किया गया। दवा का छिड़काव भी नहीं किया जाता है।
सतीश वर्मा पुराने जर्जर मकान में रहने की मजबूरी है। बारिश में छत टपकता है, जिससे बहुत परेशानी होती है। अभी तक सरकारी आवास योजना का लाभ नहीं मिल सका है। घर मिलता को अपने आवास का सपना पूरा हो जाता।
अवधेश मेरे घर में शौचालय नहीं है। फार्म जमा किया है। फिर भी सहयोग राशि नहीं मिल सकी है। शौचालय न होने से पूरे परिवार को खुले में शौच जाना मजबूरी है। जिससे परिवार को परेशानी होती है।
सोना कौशल
.......... वार्ड में नियमित सफाई होती है। वार्ड में फागिग भी निरंतर होती रहती है। हां, ये सच है की वार्ड में एक भी सरकारी हैंडपंप नहीं है। अवधेश के पास आधार कार्ड नहीं है, इस लिए उसका आवास बन पा रहा है।
डॉ राजकुमार, सभासद