छाया रहा नियमित ड्यूटी न मिलने का मुद्दा
सोमवार को पीआरडी जवानों की बैठक ब्लाक परिसर में आयोजित हुई।
सिद्धार्थनगर :
सोमवार को पीआरडी जवानों की बैठक ब्लाक परिसर में आयोजित हुई। जिसमें नियमित ड्यूटी न मिलने का मुद्दा मुख्य रूप से छाया रहा। जवानों के समक्ष पैदा हो रही आर्थिक परेशानी को फोकस करते हुए संगठन ने चेतावनी दी, कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो वह लोग सड़क पर उतरने पर बाध्य होंगे। बैठक के उपरांत मांगों से संबंधित पांच ¨बदुओं पर ज्ञापन मुख्यमंत्री को भेजा गया।
बैठक को संबोधित करते हुए पीआरडी कमांडर जगन्नाथ चौहान ने कहा कि पीआरडी और होमगार्ड दोनों के एक ही मंत्री अनिल राजभर हैं, जिनके द्वारा पीआरडी जवानों के साथ भेदभाव का रवैया अपनाया जा रहा है। जहां होमगार्ड को 100 प्रतिशत ड्यूटी मिलती है, तो पीआरडी जवानों को अगर जिला स्तर पर छोड़ दिया जाए, तो 10 फीसदी भी ड्यूटी नहीं दी जाती है। होमगार्ड को 500 रुपए प्रतिदिन भत्ता दिया जाता है, जबकि पीआरडी जवानों को केवल 250 रुपए के हिसाब से दिया जाता है। ऐसे में जवान व्यापक आर्थिक संकट से जूझते हैं, वे अपने परिवार का भरण पोषण तक नहीं कर पाते हैं।
रामराज ने कहा कि जवानों को नियमित ड्यूटी दी जानी चाहिए। इस दिशा में विभाग व सरकार को ठोस कदम उठाए जाने की आवश्यकता है। चिरकुट राम, खुर्शीद अहमद, मोहम्मद असलम, मंगरे राम, सीताराम, यशोदानंद पाण्डेय, अब्दुलबारी, संतोष कुमार मिश्र समेत दर्जनों की संख्या में पीआरडी जवान मौजूद रहे।