Sidharthnagar News: नगर पंचायत ने अवैध प्लाटिंग में भी बना दी है सड़क, जांच रिपोर्ट में देरी करने पर लेखपाल निलंबित
Sidharthnagar News सिद्धार्थनगर में अवैध प्लाटिंग की जांच में देरी करने पर एक लेखपाल को निलंबित कर दिया गया है। नगर पंचायत ने अवैध प्लाटिंग में भी सड़क बना दी है। जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारी से स्पष्टीकरण मांगा है। लेखपाल का कहना है कि उसने समय से जांच कर ली थी और अपनी जांच उप जिलाधिकारी के पास भेज दी थी।
जागरण संवाददाता, सिद्धार्थनगर। अवैध प्लाटिंग से संबंधित जांच में शिथिलता बरतने के आरोप में सदर तहसील के बर्डपुर नंबर नौ क्षेत्र के एक लेखपाल को एसडीएम सदर ने निलंबित कर दिया। निलंबित लेखपाल का नाम दुर्गेश कुमार पाण्डेय है। उसे रजिस्टार तहसील कानूनगो नौगढ़ के कार्यालय से संबद्ध किया गया है।
जिला पंचायत के पूर्व उपाध्यक्ष मुमताज अहमद ने जिलाधिकारी से शिकायत की थी कि कपिलवस्तु नगर पंचायत में अवैध प्लाट पर भी जाने-आने के लिए सड़कें बना दी जा रही हैं। जिलाधिकारी डा.राजागणपति आर ने उप जिलाधिकारी सदर डा.ललित कुमार मिश्र को मामले की जांच कराने के लिए निर्देशित किया गया था।
उन्होंने जांच भी करा ली, लेकिन कपिलवस्तु नगर पंचायत क्षेत्र के हल्का लेखपाल दुर्गेश पाण्डेय ने जांच के बाद समय अपनी रिपोर्ट नहीं दी। जिलाधिकारी ने इस मामले में उपजिलाधिकारी न्यायिक कलेक्ट्रेट व अपर उपजिलाधिकारी नौगढ़ की सयुक्त टीम द्वारा मामले की जांच कराया।
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जांच में पता चला कि शिकायत सत्य है। कपिलवस्तु नगर पंचायत में एक अवैध प्लाटिंग की गई है। उसकी धारा 80 नहीं हुई है और वहां जाने-आने के लिए नगर पंचायत ने सड़क बना दी है। इसके अलावा मेखड़ा नाले की भूमि पर भी प्लाटिंग करने वाले ने कब्जा किया गया था।
दोनों उप जिलाधिकारियों की जांच में राजस्व विभाग द्वारा उदासीनता बरतना बताया गया है। जिलाधिकारी के निर्देश पर उप जिलाधिकारी सदर डा.ललित कुमार मिश्र ने हल्का लेखपाल दुर्गेश कुमार पाण्डेय को निलंबित कर दिया। इस पर प्रकरण में नायब तहसीलदार को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। उन्होंने निर्देशित किया गया है कि वह मामले की जांच करके 15 दिन के भीतर आरोप पत्र दे दें।
हमारी जांच रिपोर्ट को प्रस्तुत ही नहीं किया गया
निलंबित लेखपाल ने यह भी कहा है कि उसने समय से जांच कर ली थी और अपनी जांच उप जिलाधिकारी के पास भेज दी थी, लेकिन वह वहां से आगे नहीं जा सकी। लेखपाल ने यह भी बताया है कि उसने नाले से अवैध कब्जा हटाने के लिए संबंधि व्यक्ति को नोटिस भी दी थी। लेखपाल ने बताया कि इस प्रकरण में चार सदस्यीय टीम गठित की गई थी। इसमें उनके अलावा कानूनगो, अधिशासी अधिकारी नगर पंचातय कपिलवस्तु, थानाध्यक्ष मोहाना भी शामिल थे, लेकिन उनके व कानूनगो के अलावा कोई जांच करने गया ही नहीं।
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अवैध प्लाटिंग करने वालों की मदद के लिए बनायी गई थी सड़क
पूर्व उपाध्यक्ष जिला पंचायत मुमताज अहमद ने आरोप लगाया कि कपिलवस्तु नगर पंचायत में जरूरतमंदों के लिए सड़क नहीं बन रही है। वहां रुपये लेकर अवैध प्लांटिंग करने वालों के लिए सड़क बनायी जा रही है। इतना नहीं वहां किसान से भूमि का एग्रीमेंट कराया गया है। व्यवसायी द्वारा उसे अपने नाम कराया ही नहीं गया और सीधे लोगों को भूमि बेची जा रही है। इस तरह से बड़े पैमाने पर सरकारी धन का गबन किया जा रहा है।
अधिशासी अधिकारी से डीएम ने मांगा स्पष्टीकरण
जिलाधिकारी डा.राजा गणपति आर ने इस मामले में अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत कपिलवस्तु नवीन सिंह से भी स्पष्टीकरण मांगा है। उन्होंने कहा है कि अवैध प्लाट के लिए सड़क कैसे बना दी गई। उन्होंने कहा कि तय समय सीमा व संतोषजक उत्तर नहीं मिलने पर अधिशासी अधिकारी के विरुद्ध भी कार्रवाई होगी।