जिले के 15 परिषदीय विद्यालय बनेंगे 'स्मार्ट'
निजी मदद से जिले के 15 परिषदीय विद्यालयों की सूरत संवरेगी। कंप्यूटर प्रोजेक्टर न्यू मेरिक लैब सेटअप जरूरत के अधार पर बेसिक सपोर्ट शुद्ध पानी सोलर पैनल और हेल्थ चेकअप की व्यवस्था होगी। मतलब ये पूरी तरह से हाइटेक होंगे।
सिद्धार्थनगर : निजी मदद से जिले के 15 परिषदीय विद्यालयों की सूरत संवरेगी। कंप्यूटर, प्रोजेक्टर, न्यू मेरिक लैब सेटअप, जरूरत के अधार पर बेसिक सपोर्ट, शुद्ध पानी, सोलर पैनल और हेल्थ चेकअप की व्यवस्था होगी। मतलब ये पूरी तरह से हाइटेक होंगे।
सीएसआर (कामन रिपोटिग स्टैंडर्स) के तहत देश के विभिन्न औद्योगिक संस्थानों द्वारा शिक्षा के स्तर को ऊंचा उठाने के लिए कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में डीएम दीपक मीणा ने जिले के चार माध्यमिक विद्यालय और 11 परिषदीय विद्यालयों की सूरत संवारने के लिए एक प्रस्ताव दिल्ली भेजा था। सहमति बनने के बाद इस पर स्माईल फाउंडेशन ने विद्यालयों में कार्य शुरू कर दिया है। सुविधाओं के साथ सबसे बड़ी बात यह होगी कि बच्चे अंग्रेजी विषय में बेहतर बनें, इस पर पूरा फोकस होगा। संस्था द्वारा विद्यालयों में न्यूमेरिक लैब सेट भी स्थापित किया जाएगा। शिक्षकों को आवश्यक तकनीकी प्रशिक्षण प्रदान कराया जाएगा। बच्चों की सेहत का खास ख्याल रखा जाएगा।
इन स्कूलों का हुआ चयन
राजकीय कन्या इंटर कालेज परसा जमाल, राजकीय कन्या इंटर कालेज तेतरी बाजार, राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय कठेला ग्रांट, राजकीय इंटर कालेज पचमोहनी, जूनियर हाई स्कूल बढ़नी, गोल्हौरा, लमटिहवा, परसाखुर्द, महादेव धुरहू, कल्यानियां, सूपा राजा, एकडेंगवा, डेबराबाजार, रूद्रलौलिया जूनियर हाई स्कूल।
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शिक्षा के स्तर में बदलाव और सुधार के लिए यह कदम उठाया गया है। 30 अध्यापकों का तकनीकी प्रशिक्षण के लिए चयन किया गया है। शिक्षकों के साथ बच्चों के स्वास्थ्य की नियमित जांच की जाएगी। इसके लिए चिकित्सकों की भी तैनाती होनी है।
दीपक मीणा, जिलाधिकारी, सिद्धार्थनगर