हाईमास्ट न रहने से कोहरा में सफर मुश्किल
राहगीरों व कस्बा निवासियों को बेहतर पथ प्रकाश देने के लिए क्षेत्र के प्रमुख चौराहों पर हाईमास्ट लगाए गए बावजूद मौजूदा समय में उक्त चौराहों पर अंधेरा कायम है। सौर उर्जा से संचालित होने वाले लैंपपोस्टों ने भी हाथ खड़े कर चुके हैं। बारिश की रातों में उजाला न होने से लोगों को खासी परेशानी हो रही है।
सिद्धार्थनगर : हाईमास्ट न रहने से कोहरा में सड़क पर सफर मुश्किल है। राहगीरों व कस्बा निवासियों को बेहतर पथ प्रकाश देने के लिए क्षेत्र के प्रमुख चौराहों पर हाईमास्ट लगाए गए, बावजूद मौजूदा समय में उक्त चौराहों पर अंधेरा कायम है। सौर उर्जा से संचालित होने वाले लैंपपोस्टों ने भी हाथ खड़े कर चुके हैं। बारिश की रातों में उजाला न होने से लोगों को खासी परेशानी हो रही है।
वर्ष 2010 - 14 के बीच भड़रिया, बिथरीया, भवानीगंज, बयारा आदि में हाईमास्ट लगाया गया था, जिसकी वर्तमान स्थिति बहुत ही दयनीय बनी हुई है, कहीं तो पूरा हाईमास्ट गायब है कहीं हाथी दांत साबित हो रहा है। बेहतर पथ प्रकाश के लिए सांसद निधि से 1.75 लाख रुपये की लागत से कार्यदाई संस्था समाज कल्याण विभाग द्वारा लगाया गया। यह रोशनी केवल एक माह ही फैला सका। उसके बाद लाइटें खराब हो गई, हाईमास्ट लगाने में भी अनियमितता का खेल खेला गया, जनप्रतिनिधियों व विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के चलते यहीं नहीं अपितु आस पास के चौराहों पर लगे हाईमास्ट भी यही कहानी बयां कर रहे हैं। बयारा चौराहे पर खराब पड़े हाईमास्ट के बगल में चार प्लेट का सोलर उर्जा का लैंप एक माह पहले ही लगा जिसमें से दो खराब हो चुके हैं। चौराहे पर दर्जन भर से अधिक दुकानदार सुबह अपनी दुकान लगा लेते हैं तथा देर रात को दुकान बंद करते हैं। दिन भर तो स्थिति ठीक रहती है, मगर शाम ढ़लने से लेकर रात तक वहां प्रकाश की व्यवस्था न होने से दुकानदारों व आमजन को काफी समस्या उठानी पड़ती है। लल्लू, विजय, राजकुमार, शिवकुमार, खलील, रमेश, महेन्द्र चौधरी, विकास, इकबाल, रियाज आदि ने समस्या से निदान की मांग की है। अधिशासी अभियंता विद्युत राममूरत ने कहा संबंधित विभाग इसकी सूचना दे गड़बड़ी ठीक करा दी जाएगी।