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लाखों का भवन, फिर भी नहीं मिलती स्वास्थ्य सेवाएं

विकास खंड अन्तर्गत ग्राम चौकनिया के एएनएम केंद्र की स्थिति बदहाल है। महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवा एवं टीकाकरण की सुचारू व्यवस्था उपलब्ध कराने के उद्देश्य से भवन का निर्माण कराया गया लेकिन एक दिन भी केंद्र का संचालन नहीं हो सका।

By JagranEdited By: Published: Mon, 19 Aug 2019 11:08 PM (IST)Updated: Mon, 19 Aug 2019 11:08 PM (IST)
लाखों का भवन, फिर भी नहीं मिलती स्वास्थ्य सेवाएं
लाखों का भवन, फिर भी नहीं मिलती स्वास्थ्य सेवाएं

सिद्धार्थनगर : विकास खंड अन्तर्गत ग्राम चौकनिया के एएनएम केंद्र की स्थिति बदहाल है। महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवा एवं टीकाकरण की सुचारू व्यवस्था उपलब्ध कराने के उद्देश्य से भवन का निर्माण कराया गया, लेकिन एक दिन भी केंद्र का संचालन नहीं हो सका। उपेक्षा के चलते भवन जर्जर हो रहा है। खिड़की, दरवाजा गायब हो चुका है। गांव में टीकाकरण की सुविधा जैसे-तैसे चल रही है।

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करीब साढ़े चार वर्ष पहले गांव में 6.65 लाख में एएनएम केंद्र का भवन बनवाया गया। निर्माण के समय ही इसकी उपयोगिता पर सवाल खड़े होने लगे थे। कारण सेंटर आबादी से काफी दूर सूनसान जगह पर बनाया जा रहा था। जहां पर महिलाएं जाना ही नहीं चाहती हैं। यही वजह है कि निर्माण पूरा होने के बाद कभी भी इसका संचालन नहीं हो सका। गांव में एएनएम आती हैं और इधर-उधर दूसरों के घरों पर टीकाकरण एवं अन्य कार्यक्रम पूरा कराती हैं। नूर मोहम्मद, पंचराम, इस्लाम, थानेदार, पिटू आदि ने कहा कि भवन पर बिना मतलब ही लाखों रुपये खर्च कर दिए गए। प्रधान मो. इलियास शेख ने बताया कि एएनएम सुषमा तिवारी आती हैं। टीकाकरण भी होता है। विभागीय लापरवाही से भवन उपेक्षित है। दिनों दिन स्थिति बदहाल होती जा रही है। सीएचसी बेवा के अधीक्षक डा. एन के गुप्ता ने कहा कि पता कराते हैं। समाधान हेतु उचित कदम उठाया जाएगा।


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