पेंशनरों का कुशलक्षेम पूछेंगी आशा कार्यकर्ता
कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर अब आशा कार्यकर्ता रोजाना पेंशनरों का हाल जानेंगी। जिले में 47000 पेंशनर हैं जिनका डाटा साफ्टवेयर में फीड है। जिले के बाहर रह रहे पेंशनरों का भी फोन पर कुशलक्षेम पूछेंगी। जिले के बाहर करीब दस हजार पेंशनर रह रहे
सिद्धार्थनगर : कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर अब आशा कार्यकर्ता रोजाना पेंशनरों का हाल जानेंगी। जिले में 47,000 पेंशनर हैं, जिनका डाटा साफ्टवेयर में फीड है। जिले के बाहर रह रहे पेंशनरों का भी फोन पर कुशलक्षेम पूछेंगी। जिले के बाहर करीब दस हजार पेंशनर रह रहे हैं। योजना को दादा-दादी, नाना-नानी की देखभाल नाम दिया गया है। क्षेत्र के बुजुर्गों का भी हाल-चाल लिया जाएगा।
आशा कार्यकर्ताओं को प्रशासन ने नई जिम्मेदारी सौंपी है। अब वह पेंशनर, दिव्यांग और बुजुर्गों के सेहत का विशेष ध्यान रखेंगी। स्वास्थ्य विभाग सभी आशा कार्यकर्ताओं को एक रजिस्टर देगा, जिसमें दिव्यांग और बुजुर्ग का विवरण दर्ज किया जाएगा। इनके कोरोना से संक्रमित होने की संभावना को देखते हुए सप्ताह में एक दिन इनका हालचाल लेना अनिवार्य किया गया है। प्रवासी मजदूरों के संबंध में जानकारियां एकत्र करने की जिम्मेदारी भी दी गई है। सभी घरों में जाकर इनका डाटा एकत्र किया जाएगा। समय-समय पर थर्मल स्क्रीनिग भी की जाएगी। अगर किसी रोग से ग्रसित हैं तो उसके संबंध में पूछताछ की जाएगी। कौन चिकित्सक इलाज कर रहा है और क्या दवाएं दी जा रही है, इसे भी रजिस्टर में दर्ज किया जाएगा। असामान्य मिलने पर स्वास्थ्य विभाग को सूचित करेंगी।
..
सर्किलवार दिव्यांगों की संख्या
सर्किल संख्या
सदर 3201
शोहरतगढ़ 1092
इटवा 1501
बांसी 4462
डुमरियागंज 1946
..
गांवों में तैनात आशा कार्यकर्ताओं को निर्देशित किया गया है कि वह बुजुर्ग व दिव्यागों के संबंध में जानकारियां एकत्र करें। इनकी बीमारियों के संबंध में जानकारियां प्राप्त करें। सभी सूचनाएं संबंधित ब्लाक स्तर पर फीड कराना है।
पुलकित गर्ग
मुख्य विकास अधिकारी