किसानों की खाद बार्डर पार, विभाग लाचार
विभाग के कर्मचारियों और पुलिस की मिलीभगत से किसानों का हक तस्कर मार रहे हैं। कैसे तस्करों तक किसानों की खाद पहुंच रही है। इसकी कोई खोज खबर लेने वाला नहीं है।
सिद्धार्थनगर : विभाग के कर्मचारियों और पुलिस की मिलीभगत से किसानों का हक तस्कर मार रहे हैं। कैसे तस्करों तक किसानों की खाद पहुंच रही है। इसकी कोई खोज खबर लेने वाला नहीं है। खाद के लिए किसान मारे-मारे फिर रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार महकमा को कोई परवाह नहीं है। खाद की दुकानों के पीओएस मशीन में तस्कर किसके अंगूठे की छाप लगा रहे है? यह भी जांच का विषय है। सच्चाई यही है कि बार्डर से रोजाना सैकड़ों बोरी खाद नेपाल भेजी जा रही है। सीमावर्ती क्षेत्र के किसानों को खाद नहीं मिल रहा है। इनकी खाद तस्करों के पास पहुंच रही है। बगैर किसी रोकटोक के चार पहिया वाहनों पर लदे यूरिया के बोरी नेपाल जा रही है। इसे रोकने में पुलिस व कृषि विभाग विफल है। सूत्रों की मानें तो नेपाल सीमा से आठ किमी की दूरी पर स्थित बर्डपुर बाजार से खाद लादी जाती है। यह खाद चार पहिया मालवाहक वाहन के साथ बुग्गी (घोड़ागाड़ी), बाइक व साइकिल से भेजी जाती है। तस्करी का यह खेल पूरी रात चलता रहता है। सूत्र बताते हैं कि अलीगढ़वा कस्बा, मुख्य गेट के पास व पगडंडी के रास्तों पर गोदाम भी है। इसके अलावा कई गांवों के घरों में भी खाद का गोदाम है। यहां से खाद की बोरियों को पार कराने में आराम व सहुलियत रहती है। वहीं बजहा बार्डर से खाद पार कराने के लिए तस्करों की सेटिग गौरा बाजार की दुकानों से है। नेपाल निर्मित यूरिया का मूल्य 2400 नेपाली है, जिसका भारतीय रुपये में दाम करीब 1600 रुपये आता है। वहीं भारतीय बाजार में किसानों को मिलने वाली यूरिया पर अनुदान के बाद बाजार दर 260 रुपये है। सूत्र बताते हैं कि दुकानों पर तस्करों को चार से पांच सौ रुपये में खाद दी जाती है। यहां की खाद नेपाल में एक हजार रुपये (1600 नेपाली रुपये) में आराम से बिक रही है। नेपाल सीमा पर खाद की तस्करी की शिकायत मिल रही है। इसे रोकने के लिए एसएसबी व कस्टम विभाग से समन्वय स्थापित किया जाएगा। बार्डर पर बने गोदामों को भी चिन्हित किया जाएगा। संयुक्त टीम गठित कर पुलिस चेकिग अभियान चलाएगी। पगडंडियों पर विशेष निगाह रखी जाएगी। खाद दुकानों के सघन जांच अभियान संचालित किया जा रहा है। अगर कोई दुकान से तस्करी के लिए खाद दी जा रही है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। अनियमितता मिलने पर संबंधित दुकानदार का लाइसेंस निरस्त किया जाएगा।