मिशन साहसी का समापन, शोहदों की खैर नहीं
वीरेंद्र ग्रामीण स्टेडियम छतहरी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के मिशन साहसी अभियान का समापन छठे दिन मंगलवार को हुआ। रानी लक्ष्मीबाई जयंती के मौके पर सामूहिक प्रदर्शन (मेगा शो) का आयोजन हुआ।
सिद्धार्थनगर: वीरेंद्र ग्रामीण स्टेडियम छतहरी में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के मिशन साहसी अभियान का समापन छठे दिन मंगलवार को हुआ। रानी लक्ष्मीबाई जयंती के मौके पर सामूहिक प्रदर्शन (मेगा शो) का आयोजन हुआ। जिसमें जिले भर से 34 इंटर कॉलेज की छह हजार छात्राओं ने भाग लिया। जिन्हें स्वयं के बचाव के लिए मार्शल आर्ट की जानकारी दी गई। सभी को प्रशिक्षित किया गया। इससे पहले पांच नवंबर तक यह अभियान शैक्षिक संस्थाओं में चलाया गया था। छात्राओं को आत्मरक्षा के गुर सिखाए गए। प्रशिक्षकों द्वारा मार्शल आर्ट की फिजिकल ट्रेनिग दी गई।
अभाविप के दिल्ली की प्रांत सहमंत्री मेघा नागर ने कहा कि समाज में महिलाओं के विरुद्ध बढ़ते अपराध और अत्याचार के खिलाफ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद देश भर में मुहिम चला कर महिलाओं को आत्म रक्षा का गुर सिखा रहा है। मिशन साहसी के तहत पूरे देश में आठ लाख महिलाओं को जोड़ा जा चुका है। दुपट्टे, पेन, आई कार्ड आदि विषम परिस्थितियों में कैसे काम आ सकतें, इसके बारे में भी बताया। प्रांतीय संगठन मंत्री आंनद गौरव ने कहा कि कहा कि जिस प्रकार समाज में छात्राओं के साथ एसिड अटैक, दुष्कर्म व छेड़छाड़ आदि की घटनाएं हो रही हैं। उसको देखते हुए मिशन साहसी अभियान चलाया जा रहा है। अभियान तब सफल होगा जब छात्राएं पूरी तरह आत्म निर्भर हो जाएंगी। एंटी रोमियों टीम व अन्य किसी के सहारे की जरूरत नहीं पड़ेगी। महिलाएं निडर होकर कहीं भी आने-जाने लगेंगी। अध्यक्षता धनुर्धर प्रताप सिंह व संचालन अर्चिता वर्मा ने किया। प्रमुख प्रशिक्षक विद्यासागर साहनी, संदीप, अजय, नसीम, आकाश आदि रहे। डा नलिनी कांत मणि त्रिपाठी, शिव शक्ति शर्मा, छात्रसंघ अध्यक्ष ऋषि वर्मा, नित्यानन्द शुक्ल, हेमंत राज उपाध्याय, चंदन वर्मा, शिवांगी, सपना, हितेश आदि मौजूद रहे।