सिद्धार्थनगर में दो दिन अंधेरे में डूबे रहे 100 गांव, बिजली आपूर्ति बहाल हुई तो ग्रामीणों ने ली राहत की सांस
शट डाउन गवर्नर में खराबी के कारण गुरुवार से आपूर्ति बाधित थी। बिजली कर्मियों के धरना प्रदर्शन की समाप्ति के बाद आपूर्ति शुरू हुई तो लोगों ने राहत की सांस ली। ग्रामीणों का कहना है कि बिजली न आने के चलते दो दिन अंधेरे में गुजारना पड़ा है।
सिद्धार्थनगर, जागरण संवाददाता। सिद्धार्थनगर जिले के बांसी पावर हाउस अंतर्गत पटखौली फीडर में आने वाले गांवों में दो दिन बाद विद्युत आपूर्ति बहाल हो पाई है। जिससे खेसरहा क्षेत्र के करीब 100 गांव दो दिन से अंधेरे में डूबे रहे। विद्युत कर्मीयों के हड़ताल पर चले जाने से उपभोक्ताओं को अंधेरे में रात गुजारना पड़ा। इन गांवों में गुरुवार को दोपहर में बिजली गई तो शनिवार शाम आठ बजे आई जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। लोगों के इन्वर्टर, मोबाइल आदि उपकरण बिजली के अभाव में बंद हो गये थे। क्षेत्र के गणेश चौबे, अरविंद गुप्ता, राजेश, सोनू आदि ने कहा कि सरकार ने मिट्टी के तेल का वितरण भी बंद कर दिया है। अब बिजली कटौती भी हो रही है। दो दिनों से आपूर्ति ठप्प होने के चलते अंधेरे में भोजन करना पड़ा।
हड़ताल के कारण नहीं ठीक किये जा रहे छोटे फाल्ट
विद्युत कर्मचारियों का जारी धरना व हड़ताल निर्वाध बिजली आपूर्ति पर ग्रहण लगा रहा। कहीं छोटा फाल्ट भी यदि आता है तो उसे ठीक नहीं किया जा रहा, नतीजतन घण्टों नहीं दिनों तक आपूर्ति ठप रह रही है। बांसी सब स्टेशन से गवर्न होने वाले पटखौली फीडर के शट डाउन गवर्नर में दिक्कत आ गई थी जिससे लाइन ट्रिप कर गई थी। हड़ताल के कारण उसे ठीक नहीं किया गया। नतीजतन गुरुवार सुबह 11 बजे से आपूर्ति ठप हो गई। फीडर पर तैनात बिजली कर्मचारियों की मानें तो वह इस फाल्ट को ठीक करने का प्रयास न करें इस कारण सभी को फीडर से सिद्धार्थ नगर में चल रहे धरना प्रदर्शन में बुलवा लिया गया। जब वार्ता उपरांत लोगों का धरना प्रदशर्न व हड़ताल खत्म हुई तो उसे पांच बजे बाद ठीक कर आपूर्ति बहाल की गई।
क्या कहते हैं अधिकारी
बांसी एसडीओ दीपक सिंह ने कहा कि विद्युत कर्मियों के हड़ताल व धरने पर चले जाने से यह समस्या उतपन्न हो रही थी। अब हड़ताल खत्म हो चुकी है आपूर्ति निर्वाध रूप से चल भी रही है। अब लाइन फाल्ट होने पर त्वरित कार्रवाई की जा रही। कभी कभी कोई छोटा फाल्ट भी पता करने में समय लगा जाता है। फिलहाल आपूर्ति बहाल है, और फाल्ट आने पर उसे ठीक कराने में विभाग मुस्तैद है।