आठ वर्ष बाद भी पूर्ण नहीं हो सका केंद्र
खेसरहा विकास खंड के ग्राम पंचायत धमौरा के टोला जामडीह में बन रहा ज'चा ब'चा सुरक्षा केंद्र आठ वर्षो से अधर में लटका है। आधी दीवार खड़ी कर ठेकेदार एक किस्त निकाल काम बंद किए बैठा है। कई बार ग्रामीणों के शिकायत के बावजूद विभाग ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की। इससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
सिद्धार्थनगर : खेसरहा विकास खंड के ग्राम पंचायत धमौरा के टोला जामडीह में बन रहा जच्चा बच्चा सुरक्षा केंद्र आठ वर्षो से अधर में लटका है। आधी दीवार खड़ी कर ठेकेदार एक किस्त निकाल काम बंद किए बैठा है। कई बार ग्रामीणों के शिकायत के बावजूद विभाग ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की। इससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
वर्ष 2010 -11 में जननी सुरक्षा योजना के तहत 6 लाख 90 हजार रुपये की लागत से इसका निर्माण कार्य शुरु हुआ था। निर्माण शुरू होते ही यह जिम्मेदारों की अनदेखी व ठेकेदारों के मनमानी की भेंट चढ़ गया। काम का शुभारंभ हुआ तो इसके लिए विभाग द्वारा एएनएम व प्रधान के संयुक्त खाते में पहली किस्त तीन लाख 45 हजार भेज दी गई। चार तरफ दीवार खड़ी कर ठेकेदार ने प्रधान व एएनएम से मिलकर आए हुए संपूर्ण धन को निकलवा लिया। धन निकलते ही वह ऐसा गायब हुआ की आज तक उसका अता पता न लग सका। विभाग ने भी फरार हुए ठेकेदार को न तो खोजने की जरुरत महसूस की और न ही उस पर कोई कार्रवाई ही अभी तक की। सत्येंद्र मिश्रा, मुमताज, मनोज आजाद, हैसियत व छविलाल आदि ग्रामीणों का कहना है कि इसकी शिकायत विभाग से कई बार की गई लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। अधीक्षक सीएचसी खेसरहा एसके भारती ने कहा कि एएनएम सेंटर के निर्माण के लिए पूरा पैसा एक बार ही आ जाता है। अभी तक काम पूर्ण नही हुआ इसकी रिपोर्ट मैं जांच कर प्रेषित कर करूंगा। दोषी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।