कबूतरबाजी के शिकार तीन युवक लौटे, एसपी से मिले
मलेशिया में नौकरी के नाम पर कबूतरबाजी के शिकार हुए तीन युवक दूतावास के हस्तक्षेप के बाद वापस लौट कर घर पहुंचे। सोमवार को पुलिस लाइन परिसर में पुलिस अधीक्षक विजय ढुल से मुलाकात की। अपने साथ हुए धोखाधड़ी की शिकायत की।
सिद्धार्थनगर : मलेशिया में नौकरी के नाम पर कबूतरबाजी के शिकार हुए तीन युवक दूतावास के हस्तक्षेप के बाद वापस लौट कर घर पहुंचे। सोमवार को पुलिस लाइन परिसर में पुलिस अधीक्षक विजय ढुल से मुलाकात की। अपने साथ हुए धोखाधड़ी की शिकायत की। पूरे प्रकरण की जांच कराने के बाद आरोपित कबूतरबाज के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।
थाना चिल्हिया के ग्राम बेलवा निवासी हर्ष प्रताप सिंह, तेजेंद्र प्रताप सिंह व कासिम अली ने आरोप लगाया कि गांव निवासी एक व्यक्ति मलेशिया में नौकरी दिलाने के नाम पर प्रत्येक से 1.20 लाख रुपये वसूल किया है। वीजा के नाम पर टूरिस्ट वीजा थमा दिया। जब टूरिस्ट वीजा मिलने पर आपत्ति दर्ज कराई तो आरोपित ने मलेशिया पहुंचने के बाद वीजा को सही करा देने का आश्वासन दिया था। वहां पहुंचने के बाद एक ठेकेदार के चंगुल में फंस गए। पूरे दिन काम कराने के बाद एक वक्त का भोजन दिया जाता था। शारीरिक व मानसिक उत्पीड़न झेलने के बाद किसी प्रकार दूतावास से संपर्क हुआ। वहां से पता चला कि दोनों देशों के बीच हुए संधि में बिना वैध कागजात के मलेशिया आए लोगों को वापस भेजा जाएगा। किसी प्रकार गांव में संपर्क किया। परिजनों ने जब वापसी टिकट का पैसा भेजा, तब किसी तरह लौट पाए। गांव वापस लौटने के बाद जब आरोपित से मिले, रुपये वापस मांगने पर वह धमकी देने लगे।
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एसओ चिल्हिया को जांच कराने के लिए निर्देशित किया गया है। मामले की जांच कराई जाएगी। युवकों की भी गलती है, वह बिना कुछ जाने व समझें, कबूतरबाजों के झांसें में आ गए। पुलिस कार्रवाई करेगी।
विजय ढुल
पुलिस अधीक्षक