तो जनपद में होगी मुख्यमंत्री की हैट्रिक
नागरिक उम्मीदों को परवान चढाएंगे सूबे के मुखिया
सिद्धार्थनगर: वर्ष 2018 में राष्ट्रीय राजमार्ग 233 बने न बने। अति पिछड़े जनपद के ठप्पे से निजात पाने की कोशिशें परवान चढ़े न चढ़े। लेकिन यह तय है कि साल के बाकी बचे चार माह में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ यहां आकर हैट्रिक जरूर लगाएंगे। यकीन न हो तो उनके प्रस्तावित कार्यक्रमों को जान लीजिए। अति पिछड़े जनपद के लिए उनका यूं आना किसी सौगात से कम नहीं माना जा रहा है।
चालू माह सितंबर में अति पिछड़े जनपद के नाते नीति आयोग के 49 इंडीकेटर्स को संतृप्त करना जिला प्रशासन और उत्तर प्रदेश सरकार की सबसे बड़ी चुनौती है। इसी वजह से मुख्यमंत्री का आगमन इसी माह में प्रस्तावित है। उन्हें एक गांव, एक स्कूल तो देखना ही है, इंडीकेटर्स पर अब तक हुई प्रगति की समीक्षा भी करनी है। प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार वे 19 सितंबर या फिर इस तारीख के बाद आ सकते हैं, यह आगमन फिलहाल सुनिश्चित है। अगले माह अक्टूबर की 16 तारीख को सिद्धार्थ विश्वविद्यालय का द्वितीय दीक्षांत समारोह होना है। कुलपति प्रो. सुरेन्द्र दुबे के अनुसार उस समारोह में आने की कुलाधिपति के साथ ही मुख्यमंत्री ने भी सहमति दे दी है। इसी क्रम में इस बार 5 दिसंबर से कपिलवस्तु महोत्सव भी प्रस्तावित है। जिलाधिकारी कुणाल सिल्कू ने शुक्रवार को दावे के साथ कहा कि सीएम साहब आएंगे।
अब बच रहा है बीच का माह नवंबर। लोगों की अटकलों पर कान दें तो यह चर्चा आम है कि लोस चुनाव की गतिविधियां तेज हो रहीं हैं और मुख्यमंत्री के करीबी माने जाने वाले डुमरियागंज विधायक राघवेन्द्र प्रताप ¨सह अपने क्षेत्र में कुछ परियोजनाओं के शिलान्यास व घोषणाओं के लिए प्रयासरत है। अगर विधायक अपनी कोशिशों में सफल रहे तो नवंबर माह भी मुख्यमंत्री का स्वागत करने से चूकेगा नहीं।