आंखों की रोशनी के लिए बढ़े मदद को हाथ
सिद्धार्थनगर : बेसिक शिक्षा अधिकारी राम ¨सह ने केजीबीवी में पढ़ने वाली बच्ची की आंख की रोशनी बचाने क
सिद्धार्थनगर : बेसिक शिक्षा अधिकारी राम ¨सह ने केजीबीवी में पढ़ने वाली बच्ची की आंख की रोशनी बचाने के लिए आगे आते हुए आर्थिक सहायता दी है। नौगढ़ तहसील के कल्लीपुर गांव निवासी विनोद कुमार के घर 14 वर्ष पूर्व जब लड़की ने जन्म लिया तो उसका नाम उजाला रखा। पर तीन वर्ष के भीतर ही चोट के कारण एक आंख की रोशनी खत्म हो गई। उम्र बढ़ने के साथ दूसरे आंख की रोशनी भी धीमी पड़ने लगी। सामने अंधेरा छाने लगा। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण इलाज नहीं हो सका। उजाला का नामांकन दो वर्ष पूर्व कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय नौगढ़ में हुआ। गत वर्ष आकांक्षा समिति की अध्यक्ष डॉ अंकिता सहाय व डॉ सुरभि को विद्यालय में जाने पर स्थिति की जानकारी हुई तो उन्होंने पहल कर आर्थिक सहायता दिलाई और इलाज शुरू हुआ। चिकित्सकों के अनुसार एक आंख की रोशनी वापस नहीं आ सकती। परंतु दूसरे आंख की रोशनी बढ़ाई जा सकती है। एक वर्ष से शुरू इलाज अब अंतिम मुकाम पर पहुंचा है। सोमवार को उजाला की आंख का लखनऊ में ऑपरेशन होने वाला है, परंतु धनाभाव के कारण परिजन परेशान थे। जब इस बात की जानकारी बेसिक शिक्षा अधिकारी राम ¨सह को हुई तो वह रविवार को केजीबीवी पहुंच कर बच्ची को दस हजार रुपये की सहायता दी। वार्डेन गीता यादव ने बताया कि अब बच्ची के आंख का ऑपरेशन हो जाएगा और उजाला की आंख में रोशनी आ जाएगी।