नकल विहीन परीक्षा पर भारी माफिया तंत्र
माध्यमिक शिक्षा परिषद में संचालित हाईस्कूल इंटर की बोर्ड परीक्षा में प्रशासन के नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए तैयार प्रशासन के तंत्र पर नकल माफिया का तंत्र भारी पड़ रहा है। अधिकारियों की मौजूदगी में ही वे अपने मंसूबों को अंजाम दे रहे हैं। जिले के सीमाई क्षेत्र में बने परीक्षा केंद्रों पर नकल माफिया हावी हैं।
सिद्धार्थनगर: माध्यमिक शिक्षा परिषद में संचालित हाईस्कूल इंटर की बोर्ड परीक्षा में प्रशासन के नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए तैयार प्रशासन के तंत्र पर नकल माफिया का तंत्र भारी पड़ रहा है। अधिकारियों की मौजूदगी में ही वे अपने मंसूबों को अंजाम दे रहे हैं। जिले के सीमाई क्षेत्र में बने परीक्षा केंद्रों पर नकल माफिया हावी हैं।
भारत-नेपाल के सीमाई इलाके में बने परीक्षा केंद्रों के साथ ही गैर जनपदों की सीमा से सटे परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा के दौरान नकल रोकने के लिए तैयार तकनीकी तंत्र को फेल कर नकल को अंजाम दिया जा रहा है। जहां पर प्रशासनिक क्षमता भी अक्षम हो जा रही है। जिले के शोहरतगढ़, बढ़नी, बर्डपुर व लोटन, बांसी, खेसरहा, डुमरियागंज, इटवा क्षेत्र में बने परीक्षा केंद्रों पर नकल विहीन परीक्षा के लिए लगाया गया सीसीटीवी कैमरों को नियमित रूप से संचालित नहीं किया जा रहा है। कहीं पर तकनीकी खराबी का हवाला देकर तो कहीं पर नेटवर्क की दिक्कत का बहाना बनाकर नकल को अंजाम दे रहे हैं।
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उत्तर पुस्तिकाओं से निकाले जा रहे रुपये
परीक्षा समाप्त होने के बजाय उत्तर पुस्तिकाओं को समय से केंद्र पर जमा कराने के बजाय केंद्र व्यवस्थापक की मिली भगत से नकल माफिया उत्तर पुस्तिकाओं में परीक्षकों को खुश करने के लिए रखे गए रुपयों को निकाल लिया जा रहा है। सवाल यह है कि आखिर में इन्हें कैसे पता कि उत्तर पुस्तिकाओं में परीक्षार्थियों द्वारा रुपये रखे गए हैं। परीक्षार्थियों द्वारा परीक्षा पास होने के लिए परीक्षकों को खुश करने के लिए पांच सौ से एक हजार रुपये रखे जा रहे हैं। जिन्हें केंद्र व्यवस्थापकों की मिलीभगत से परीक्षा समाप्त होने के बाद निकाल लिया जा रहा है।
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जहां से भी इस तरह की शिकायत आ रही है, वहां से सीसीटीवी की पूरी डिटेल मंगाकर जांच की जा रही है। अब तक तीन परीक्षा केंद्रों की फुटेज डिटेल मंगाई जा चुकी है। जहां तक उत्तर पुस्तिकाओं में पैसे रखने का सवाल है तो इस तरह की कोई भी शिकायत अभी तक नहीं आई है। इसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
अवधेश नरायण मौर्य
जिला विद्यालय निरीक्षक