सम्मान करना देश की परंपरा: डा. सतीश
सम्मान देना व सम्मान करना भारतीय परम्परा रही है यह सम्मान दायित्वबोध कराता है कि हमें अपनी जिम्मेदारियों का कैसे निर्वहन करना है।
सिद्धार्थनगर: सम्मान देना व सम्मान करना भारतीय परम्परा रही है ,यह सम्मान दायित्वबोध कराता है कि हमें अपनी जिम्मेदारियों का कैसे निर्वहन करना है।
उक्त बातें गुरुवार को तहसील सभागार में इटवा विधायक डा. सतीश द्विवेदी ने सेवानिवृत्त शिक्षकों के सम्मान समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए कहीं। कहा कि शिक्षक कभी भी सेवानिवृत नहीं होता है,भले ही वह विभाग से हट जाए समाज में सदैव सम्मान होता रहेगा।कार्यक्रम का शुभारंभ इटवा विधायक व एसडीएम ने दीप प्रज्वलित करके किया। कार्यक्रम के दौरान सतीश मिश्रा,मो. अजीज,रामदीन मौर्या,प्रेम नंदिनी,श्यामसुंदर पाठक,राजनारायण सिंह,रमाशंकर, जगन्ननाथ, विजय प्रकाश तिवारी जो हाल में विभिन्न स्कूलों में शिक्षण कार्य करते हुए रिटायर हुए उन्हें विधायक ने अंगवस्त्र व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। संबोधन में इटवा विधायक ने गुरु महिमा का बखान करते हुये कहा कि गुरु का काम अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाना होता है।कहा कि बच्चों के उज्जवल भविष्य बनाने में सहयोग करें। एसडीएम त्रिभुवन ने कहा कि सरकार शिक्षा व शिक्षकों के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है। सभी शिक्षक बच्चों को ज्ञान देकर दक्ष बनाने का कार्य पूरे मनोयोग से करें। कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ के द्वारा किया गया। कार्यक्रम को तहसीलदार राजेश अग्रवाल, आदित्य शुक्ला ने भी संबोधित किया। मौके पर बीईओ रमेशचंद्र मौर्या,मो. इमरान ,जेपी गुप्ता ,फरीद खान ,अनुराग वर्मा ,रामजी केसरवानी,इन्द्रमणि त्रिपाठी,अरुण विश्वकर्मा ,कपिल तिवारी,देवेन्द्र गौड़,मो. इमरान,सुरेश कुमार ,दिलीप कुमार, अमित पांडेय ,हेमंत गुप्ता ,अजीत चौधरी ,बसन्तु ,ओंकार साहनी जी,शैल सिंह जी,देशराज शर्मा, आदि उपस्थिति रहे। कार्यक्रम का संचालन पंकज त्रिपाठी ने किया।
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