वाहनों की रफ्तार रोकने के लिए लगेंगे एएनपीआर कैमरे
जनपद में मार्ग दुर्घटनाओं को रोकना मुश्किल हो गया है। आए दिन लोगों की जान जा रही है। छह दिन पूर्व 22 मई को हाईवे पर कटया के पास हुए दुर्घटना में सात लोगों को जान गंवाना पड़ा है। इसकी वजह वाहन की गति अधिक होना माना जा रहा है।
सिद्धार्थनगर: जनपद में मार्ग दुर्घटनाओं को रोकना मुश्किल हो गया है। आए दिन लोगों की जान जा रही है। छह दिन पूर्व 22 मई को हाईवे पर कटया के पास हुए दुर्घटना में सात लोगों को जान गंवाना पड़ा है। इसकी वजह वाहन की गति अधिक होना माना जा रहा है। यातायात सुरक्षा अभियान भी चलाया जा रहा है। पर इसका असर नहीं दिख रहा है। अब पुलिस इसे लेकर गंभीर हो गई है। रफ्तार रोकने के लिए बड़े शहरों की भांति यहां भी एएनपीआर (आटोमेटिक नंबर प्लेट रिकगनाइजेशन) कैमरे लगाएगी। एक स्थल पर चार कैमरे लगेंगे। इस पर करीब 40 लाख रुपये खर्च होंगे।
जनपद में एक वर्ष के भीतर 168 मार्ग दुर्घटना हो चुकी है। इसमें 98 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। पुलिस जांच में अधिकांश मामलों में वाहनों की गति तेज होना पाया गया है। इसे रोकने के लिए अभी कोई ठोस प्रबंध नहीं है। नए किस्म के कैमरे की मदद से न सिर्फ वाहनों की गति पर निगरानी रखी जाएगी, बल्कि इसे पुलिस सर्वर से जोड़कर तेज गति से चलने वाले वाहनों का सीधे चालान किया जा सकेगा।
तीन सौ किमी प्रतिघंटे की स्पीड में भी कैद हो जाएगा नंबर
एएनपीआर कैमरा तीन सौ किमी प्रतिघंटे की स्पीड से आ रहे वाहनों का नंबर कंप्यूटर में दर्ज कर देगा। दो स्थलों पर कैमरे की नजर के सामने से वाहन के गुजरने पर यदि निर्धारित गति से स्पीड अधिक मिली तो वाहन का स्वत: चालान हो जाएगा।
इन स्थलों पर लगेंगे कैमरे
पुलिस ने जिन स्थलों पर कैमरा लगाने के लिए चिह्नित किया है, उनमें शोहरतगढ़-ढेबरूआ, उसका- धानी, ककरहवा- नौगढ़,बांसी- इटवा, डुमरियागंज-बांसी मार्ग शामिल है। एक स्थल पर चार कैमरे लगाए जाएंगे। सभी दिशाओं में दो किमी दूर तक की गतिविधियां इसमें कैद होगी।
इस संदर्भ में अपर पुलिस अधीक्षक सुरेश चंद्र रावत ने बताया कि पांच स्थलों पर हाईटेक कैमरा लगाने का प्रस्ताव विभाग को भेजा गया है। उम्मीद है कि जल्द ही इसकी स्वीकृति मिल जाएगी। इसके पश्चात चिह्नित स्थलों पर इसे लगवाया जाएगा।