बारिश ने बढ़ाई बेसहारा पशुओं की परेशानी
बारिश होते ही भनवापुर ब्लाक क्षेत्र में जगह-जगह जलभराव हो गया है। जलभराव के चलते बेसहारा पशुओं के समक्ष चारे का संकट खड़ा हो गया है। जिससे बेजुबानों को परेशानी उठानी पड़ रही है। शासन-प्रशासन द्वारा बेसहारा पशुओं को बारिश के महीने में सुरक्षित रखने व उनके चारे के पूर्ण व्यवस्था की बात करने वाले सारे दावे धराशयी हो गए
सिद्धार्थनगर:
बारिश होते ही भनवापुर ब्लाक क्षेत्र में जगह-जगह जलभराव हो गया है। जलभराव के चलते बेसहारा पशुओं के समक्ष चारे का संकट खड़ा हो गया है। जिससे बेजुबानों को परेशानी उठानी पड़ रही है। शासन-प्रशासन द्वारा बेसहारा पशुओं को बारिश के महीने में सुरक्षित रखने व उनके चारे के पूर्ण व्यवस्था की बात करने वाले सारे दावे धराशयी हो गए हैं। बिजौरा न्याय पंचायत में आज तक गौशाला का निर्माण नहीं कराया जा सकता है। जिससे बेजुबनो को बारिश में भटकना पड़ रहा है। खेत-खलिहान हर जगह जलभराव होने के चलते बेसहारा पशुओं का झुंड गांव की ओर रुख कर रहा है। चारे के अभाव में पेट की भूख मिटाने के लिए किसानों की फसलें रौंदना आम बात हो गई है। यह बेसहारा सिवान में जलभराव के बीच सड़क पर खड़े हो दुर्घटना को दावत दे रहे हैं। इसके बाद भी जिम्मेदार तमाशबीन बने हुए है। किसानों में लल्लन चौहान, सुरेंद्र गिरी, कलीम अहमद, अयूब अली, अनिल कुमार, देवप्रकाश आदि ने बताया कि हर ओर पानी भर जाने के चलते बेसहारा पशु गांव में आ गए हैं। जिससे हर रोज हम लोगों में डर सा बना रहता है कि रात में यह किसी को घायल न कर दें। सड़कों पर भी इनका जमावड़ा होता है। साथ ही खेत में लगी धान की फसलो को भी चौपट कर दे रहे। बीडीओ रामदेव भारती ने कहा कि जब बिजौरा में गोशाला नहीं बनती है, कहीं दूसरी जगह पशुओं के रखने की व्यवस्था बनाई जा रही है।