जिगरी दोस्त ने की थी अंकुश यादव की हत्या
पुलिस ने गुरुवार को अंकुश यादव हत्याकांड का पर्दाफाश किया। जिगरी दोस्त व उसके ममेरे भाई ने हत्या की घटना को अंजाम दिया था। गर्लफ्रेंड से मोबाइल पर बात करने पर हत्यारोपित नाराज था। 26 सितंबर को दोनों आरोपितों ने घूमने के बहाने घर से बुलाया।
सिद्धार्थनगर : पुलिस ने गुरुवार को अंकुश यादव हत्याकांड का पर्दाफाश किया। जिगरी दोस्त व उसके ममेरे भाई ने हत्या की घटना को अंजाम दिया था। गर्लफ्रेंड से मोबाइल पर बात करने पर हत्यारोपित नाराज था। 26 सितंबर को दोनों आरोपितों ने घूमने के बहाने घर से बुलाया। बाइक से मिश्रौलिया थाना के मिठौवा गांव के पास जूते के फीता से गला घोंट कर हत्या कर दी। शव को परासी नाला के पास झाड़ी में छोड़ दिया। आरोपितों का नाम गांव निवासी सनी कुमार व मिश्रौलिया थाना के कुसुमी निवासी रणजीत कुमार है।
सीओ इटवा अजय कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि इटवा थाना के जिगनिहवा उर्फ जोल्हाभारी गांव निवासी 17 वर्षीय अंकुश यादव का शव 27 सितंबर को बरामद हुआ था। शरीर पर चोट व गले में पतली रस्सी के निशान मिले थे। जूते का फीता भी माथे के पास फंसा हुआ मिला था। वह घर से पैदल निकला था। प्राथमिक विद्यालय के पास दोनों आरोपित बाइक लेकर खड़े रहे। घूमने के बहाने उन्होंने बाइक पर बीच में बैठा लिया। ग्रामीणों ने तीनों को बाइक से एक साथ जाते हुए भी देखा था। सर्विलांस पर मोबाइल लगाने के बाद एक नंबर पर रोजाना बात होना पाया गया। वह नंबर गर्लफ्रेंड का निकला। पुलिस ने और गहराई से जांच की तो कुछ माह पूर्व आरोपित के नंबर से फोन पर बात होना पाया। कार्रवाई करने वाली टीम में एसओ इटवा वेदप्रकाश श्रीवास्तव, मिश्रौलिया मनोज त्रिपाठी, प्रभारी एसओजी पंकज पांडेय, आरक्षी दिलीप द्विवेदी, अवनीश सिंह, मृत्युंजय कुशवाहा आदि मौजूद रहे।