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तौल के इंतजार में 11 दिनों से खड़ी हैं ट्रैक्टर-ट्रालियां

श्रावस्ती में सिर्फ 60.61 फीसद ही हो सका किसानों का भुगतान

By JagranEdited By: Published: Wed, 18 Nov 2020 11:10 PM (IST)Updated: Wed, 18 Nov 2020 11:10 PM (IST)
तौल के इंतजार में 11 दिनों से खड़ी हैं ट्रैक्टर-ट्रालियां
तौल के इंतजार में 11 दिनों से खड़ी हैं ट्रैक्टर-ट्रालियां

श्रावस्ती : तराई में धान क्रय केंद्रों की स्थिति काफी बदहाल है। साधन सहकारी समिति एकघरवा में 11 दिनों से दर्जन भर किसानों की धान से लदी ट्रैक्टर ट्रालियां तौल के इंतजार में खड़ी हैं। न तो इनका धान तौला जा रहा है, न इन्हें वापस किया जा रहा है। अव्वल तो यह कि धान न तौले जाने का कारण भी नहीं बताया जा रहा है। किसानों की उपज का समर्थन मूल्य दिलाने के लिए जिले में 39 धान क्रय केंद्र खोले गए हैं। मुख्यमंत्री का 72 घंटे में भुगतान का भी आदेश है। इन सब के बावजूद क्रय केंद्रों पर किसानों का धान ही नहीं खरीदा जा रहा है।

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साधन सहकारी समिति के पूर्व अध्यक्ष बृजेश कुमार शुक्ला ने बताया कि समिति पर किसानों का धान नही तौला जा रहा है। 11 दिनों से ट्रैक्टर- ट्रॉलियां खड़ी हैं। कोई पुरसाहाल नही है। किसान तौल के लिए परेशान हैं तो जिम्मेदार अंजान बने हैं। इसी समिति की संचालक कनकलता शुक्ला कहती हैं कि समिति पर अनियमितताओं का बोलबाला है। समिति के सचिव सिर्फ अपने लोगों का ही धान खरीद रहे हैं। अन्य किसान धान बिक्री को लेकर परेशान हैं। रवी फसल की बोआई चरम पर है। किसानों को खाद-बीज के लिए पैसे की जरूरत है। इन स्थितियों में भी किसानों का धान नही खरीदा जा रहा है। रमगढि़या के किसान मक्खन लाल का कहना है कि कई दिनों से वह धान तौल के इंतजार में समिति पर डेरा डाले हुए हैं। वैसे तो मुख्यमंत्री का स्पष्ट आदेश है कि किसानों का धान समर्थन मूल्य योजना के तहत लिया जाए और उन्हे 72 घंटे में भुगतान किया जाए, लेकिन श्रावस्ती जिले में सिर्फ 60.61 फीसद ही किसानों को भुगतान हो सका है। कागजों में भले ही धान की खरीद तेजी से की जा रही हो, लेकिन धरातल पर धान बेंचने के लिए किसान परेशान है। किसानों ने बताया कि सचिव को दो और केंद्रों का प्रभार दिया गया है। इस संबंध में जब सहकारी समिति के सचिव के मोबाइल नंबर 9792234602 पर संपर्क किया गया तो उनका मोबाइल फोन नॉट रीचेबल बताता रहा।


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