हादसे की वजह बन सकता है स्कूल का जर्जर भवन
प्राथमिक विद्यालय के परिसर में खंडहर की तरह खड़ा है भवन मवेशियों को बांधते हैं ग्रामीण
संसू, लक्ष्मनगर(श्रावस्ती) : खबर के साथ छपी फोटो को गौर से देखिए। यह तस्वीर गिलौला ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम पंचायत सुबिखा की प्राथमिक विद्यालय परिसर में स्थित पुराने व जर्जर भवन की है। वर्तमान समय में इसका उपयोग ग्रामीण अपने मवेशियों को बांधने के लिए करते हैं। स्कूल समय में इस भवन के आसपास बच्चों को खेलते हुए आसानी से देखा जा सकता है। ऐसे में जर्जर भवन कभी भी बड़े हादसे की वजह बन सकता है।
सुबिखा गांव में बच्चों निश्शुल्क शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए गांव के दक्षिण प्राथमिक विद्यालय स्थापित है। इसी परिसर में स्कूल का वर्षों पुरान जर्जर भवन भी खंडहर की तहर खड़ा है। ग्रामीण बताते हैं कि स्कूल खुला रहता है तो इस जर्जर भवन में भोजनावकाश के दौरान बच्चे खेलते-कूदते हैं। सुबह स्कूल शुरू होने से पहले पहुंचने वाले बच्चे भी परिसर में खेलते-खेलते खंडहर तक पहुंच जाते हैं। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए इन दिनों स्कूल बंद हैं। विद्यालय की चहारदीवारी न होने से इस भवन का उपयोग भी ग्रामीण अपने घरों की तरह ही करते हैं। इस दौरान जर्जर भवन का उपयोग पशुशाला की तरह किया जा रहा है। ग्रामीण अपने मवेशी बांधने यहां लेकर जाते हैं। ऐसे में कभी भी यह भवन गिरा तो बड़ा हादसा हो सकता है।
डीएम व बीएसए को दी है सूचना
ग्राम प्रधान आशा देवी ने बताया कि जर्जर भवन काफी खतरनाक है। इसके भीतर कोई न भी जाए तो भी यदि भवन गिरा तो आसपास मौजूद लोग इसके चपेट में आकर हताहत हो सकते हैं। इसको देखते हुए भवन को नष्ट कराने के लिए डीएम व बीएसए को प्रार्थन पत्र भी दिया गया है, लेकिन अभी तक इसका निस्तारण नहीं हो पाया है।