92 वर्षों बाद इकौना में खाली रहेगा श्रीरामलीला मैदान
कोरोना महामारी के चलते आयोजकों ने मंचन न करवाने का लिया है निर्णय दर्शकों में निराशा
संसू, इकौना(श्रावस्ती) : वैश्विक महामारी के प्रकोप के चलते इकौना में इस वर्ष श्रीरामलीला का मंचन नहीं होगा। नगर के इतिहास में पहली बार ऐसा अवसर है, जब श्रीरामलीला का मैदान दर्शकों से गुलजार नहीं हो पाएगा। इसको लेकर लोगों में निराशा का भाव है।
इकौना के पूर्व ब्लॉक प्रमुख शिवकुमार खरे के जन्म पर उनके पिता भइया बच्चू लाल ने नगर के संभ्रांत लोगों के सुझाव पर इकौना में 15 अक्तूबर 1928 को श्रीरामलीला मंचन की शुरुआत की थी। तब से यहां अनवरत श्रीरामलीला का मंचन होता रहा है। 92 वर्षों से हो रहे श्रीरामलीला के मंचन पर इस बार कोरोना महामारी ने ब्रेक लगा दिया है। इससे शारदीय नवरात्र में 12 दिनों तक क्षेत्रवासियों की भीड़ से गुलजार रहने वाला श्रीरामलीला मैदान इस वर्ष सूना रहेगा। यहां आयोजन को भव्य रूप देने के लिए कमेटी का गठन है। शुरुआत में स्थानीय कलाकार श्रीरामलीला का मंचन करते थे। इसके बाद आयोजन के लिए बाहरी कलाकारों को बुलाया जाने लगा। देश के नामी-गिरामी कलाकार इकौना के रामलीला मंच से अपनी प्रस्तुति दे चुके हैं। नगर के व्यापारी विवेक सोनी, संजीव नैयर, नरेश खोसला, अजय नैयर, डॉ. रामचंद्र सोनी, विहिप उपाध्यक्ष ओम प्रकाश वर्मा कहते हैं बचपन से अब तक प्रतिवर्ष श्रीरामलीला देखते आए हैं। इस वर्ष कोरोना आयोजन में खलनायक बन गया। इससे मन व्यथित है। इनसेट
इकौना की श्रीरामलीला का क्षेत्र के लोगों में विशेष आकर्षण रहता है। इस रामलीला में आसपास गांव ही नहीं पड़ोसी जिलों के लोगों का भारी जमावड़ा होता है। महामारी पर नियंत्रण व संभावित भीड़ के कारण कोरोना प्रोटोकॉल का अनुपालन संभव न हो पाने के चलते इस वर्ष कमेटी ने आयोजन न करने का निर्णय लिया है।
-धर्मपाल सोनी, रंगमंच मंत्री, श्रीरामलीला कमेटी, इकौना।