किताबों और यूनिफार्म का वितरण हवा-हवाई
जागरण संवाददाता श्रावस्ती जिले की शिक्षा व्यवस्था पटरी पर आती नजर नहीं आ रही है। कहीं ड
जागरण संवाददाता, श्रावस्ती: जिले की शिक्षा व्यवस्था पटरी पर आती नजर नहीं आ रही है। कहीं ड्रेस और किताबों के वितरण का कोई ब्योरा नहीं है, तो कहीं जूता-मोजा वितरण में गड़बड़ी है। कहीं शिक्षक की गायब हैं, तो कहीं खाने में कीड़े निकल रहे हैं। जमुनहा ब्लॉक के प्राथमिक/उच्च प्राथमिक विद्यालय नासिरगंज के औचक निरीक्षण में जिलाधिकारी ओपी आर्य को ढेरों गड़बड़यिां मिली।
डीएम ने पाया कि यहां पर एनपीआरसी दिनेश कुमार मिश्रा द्वारा वितरित की जाने वाली पाठ्य पुस्तकों का कोई ब्योरा ही उपलब्ध नहीं है। बीते साल इस स्कूल के कितने बच्चों को पाठ्य पुस्तकें और यूनीफार्म दिया गया है, इसका भी कोई ब्योरा नहीं मिला। जिस पर उन्होंने प्रधानाचार्य को कड़ी फटकार लगाई। डीएम ने जमुनहा के खंड शिक्षा अधिकारी द्वारा स्कूलों की ढंग से मानीटरिग न करने और विद्यालयों का संचालन एवं रखरखाव ठीक से न पाये जाने पर उन्हें प्रतिकूल प्रविष्टि देने का निर्देश दिया है।
पाठ्य पुस्तकों की प्राप्ति एवं वितरण पंजिका अपडेट मिली। पंजिका के अनुसार कक्षा एक के 42 बच्चों के 30 कक्षा दो के 49 के सापेक्ष 28 को, कक्षा तीन के 47 के सापेक्ष 23 को, कक्षा चार के 34 के सापेक्ष आठ, कक्षा पांच के 32 के सापेक्ष 15 को, कक्षा छह के 63 के सापेक्ष 31 को, कक्षा सात के 52 के सापेक्ष 14 को तथा कक्षा आठ के 31 के सापेक्ष केवल 14 बच्चों को ही पाठ्य पुस्तक वितरण की गई हैं। जिस पर डीएम ने गहरी नाराजगी जताते हुए शत-प्रतिशत पुस्तकों के वितरण का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान अलमारी में 30 स्वेटर रखे मिले जिस पर एनसीआरसी कोई जवाब नहीं दे सके। जिस पर डीएम ने बीईओ से स्पष्टीकरण तलब किया है। डीएम ने स्कूल के शौचालय, पेयजल का भी जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने पाया कि पानी का मोटर खराब है इस प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए उन्होंने तत्काल मोटर बनवाकर पानी का संचालन शुरू कराने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान सीडीओ अवनीश राय, एडीएम योगानंद पांडेय आदि उपस्थित रहे।