उफनाई राप्ती नदी, बाढ़ के पानी से घिरे 12 गांव
भिनगा-मल्हीपुर मार्ग समेत कई रास्तों पर आवागमन बंद नाव के सहारे गंतव्य तक पहुंच रहे लोग सहमे ग्रामीण
श्रावस्ती : पहाड़ों पर लगातार दो दिन से हो रही बारिश से राप्ती नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 50 मीटर ऊपर पहुंच गया है। इससे जमुनहा तहसील क्षेत्र में 12 गांव बाढ़ के पानी से गिर गए हैं। भिनगा-मल्हीपुर मार्ग समेत कई रास्तों पर पानी का तेज बहाव होने से आवागमन अवरुद्ध है। रास्ते में फंसे लोगों को गंतव्य तक पहुंचने के लिए नाव का सहारा लेना पड़ रहा है।
पहाड़ों पर हुई झमाझम बरसात के साथ तराई में हो रही बारिश का पानी आने से राप्ती नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने लगा। मंगलवार की सुबह चार बजे राप्ती बैराज पर नदी खतरे के निशान 127.70 को पार करते हुए 128.20 सेमी पर पहुंच गई। जलस्तर 50 सेंटीमीटर बढ़ जाने से तटवर्ती गांवों के लोग सहम गए। नदी से निकला पानी गांवों की ओर बढ़ चला। इससे बाढ़ की स्थित बन गई। आसपास के गांवों को जोड़ने वाले मुख्य मार्गों पर पानी चलने लगा। सुबह नौ बजे तक नदी स्थिर रही। इस दौरान अशरफा, अशरफनगर, सर्रा, भौसावा, उत्तमापुर, मिश्रपुरवा, नरायनपुरवा, वीरपुर, बरंगा, भवानीनगर, पिपरहवा, बालूपुरवा समेत कई गांव पानी से घिर गए। भिनगा-मल्हीपुर मार्ग पर बाढ़ का पानी भर जाने से आवागमन पूरी तरह बाधित हो गया। रास्ते में फंसे लोगों को नाव की मदद से गंतव्य तक पहुंचाया जा रहा है। बेमौसम बाढ़ की स्थिति से लोग घबराए हुए हैं। आसमान पर बादल घिरे हैं। दिन में रुक-रुककर बारिश होती रही। इस दौरान नदी घट रही थी, लेकिन लोगों में बाढ़ से बर्बादी का भय बना हुआ है।
यह रहा राप्ती नदी का हाल
समय जलस्तर
सुबह आठ बजे 127.20
दोपहर 12 बजे 128.15
दोपहर तीन बजे 127.95