राप्ती भी लाल निशान के करीब
समय से मानसून आ जाने से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं।
संसू, जमुनहा(श्रावस्ती): नेपाल के पहाड़ों व तराई में लगातार हो रही बारिश से राप्ती नदी का जलस्तर बढ़ रहा है। जलस्तर खतरे के निशान से सिर्फ 10 सेमी नीचे बह रहा है। बड़ते जलस्तर को देखते हुए लगभग 28 गांवों पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। राप्ती नदी मधवापुर घाट पुल की ओर कटान करते हुए बढ़ रही है। सावन के तीसरे दिन भी सुबह रिमझिम फुहारों से तराई की धरती तर होती रही। अब तक 210.6 मिमी बारिश रिकार्ड की गई है। खेती किसानी में जुटे हैं। धान की रोपाई और तेज हो गई है।
राप्ती नदी के किनारे बसे बेलरी, कलकलवा, गंगाभागड़, गजोबरी, अशरफनगर, शिकारीचौड़ा, भरथा, मोहनपुरवा, जोगिया, हरिहरपुर, पिपरहवा, बीरपुर लौकिहा, भगवानपुर, चहलवा, पोंदला, पोंदली, लक्ष्मनपुर सेमरहनिया, नीबाभारी, तिलकपुर, मोहनापुर व रमनगरा आदि गांव के लोगों में बाढ़ को लेकर बेचैनी बढ़ गई है।